खादी के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने कि कवायद

खादी के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने कि कवायद
खादी उत्पातों को बढ़ावा देकर बेरोजगारी कि समस्या से निजात दिलाई जा सकती,जरूरत है खादी और ग्राम उधोंगो से जुड़े संस्थानों को सशक्त बनाने की,
गुरुवार को खादी एंव ग्राम उधोग आयोग के राज्य कार्यालय में आयोजित समारोह में मुंबई से आई खादी और ग्राम उधोग आयोग कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रीता वर्मा ने कही|राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा का अनावरण करते हुए प्रीता वर्मा ने कहा कि महात्मा गाँधी ने खादी के माध्यम से लोगों को रोजगार से जुड़ने एंव देश को आत्मनिर्भर बनाने का सपना लगभग 100 साल पहले देखा था |उनकी दूरदर्शी सोच कि प्रसिंगता आज भी बरकरार हैं |
वर्तमान सरकार वोकल फॉर लोकल अभियान चला रही हैं|उसमे खादी एंव ग्राम उधोग संस्थाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं|खादी और ग्राम उधोग संस्थाओं को और आगे बढकर काम करने कि जरूरत हैं |
बिहार कि संस्थाओं को आगे आने कि जरूरत हैं|आयोग की संसधानों कि कमी जल्द दूर की जाएगी |समारोह में आए आतिथियों का स्वागत करते हुए आयोग के राज्य निदेशक वी एस बागुल ने देश में बेरोजगारी कि समस्या मुंह बाए खडी हैं|खास कर बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करना ही खादी संस्थाओ की प्राथमिकता है |