इस वीडियो में स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन का ऐसा कारनामा सामना आया | शर्मसार होती मानवता

गोपालगंज में थावे स्थित डाइट सेंटर को covid अस्पताल बनाया गया है। जहाँ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन का ऐसा कारनामा सामना आया है। जिसे देखकर मानवता शर्मसार हो जाये। 
यहां पर थावे के डायट covid सेंटर में एक कोरोना संक्रमित  मरीज की कल देर शाम मौत हो गई। मौत के बाद चिकित्सकों ने मृतक के परिजनों को शव ले जाने की सूचना दी। लेकिन कई घंटे बाद भी जब मृतक के परिजन शव को ले जाने के लिए थावे डायट covid सेंटर नहीं पहुंचे। तब वहां पर जिला स्वास्थ्य समिति में संविदा पर कार्यरत जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी अनुराग जतिन के द्वारा थावे डायट सेंटर में पहुचकर मृतक के शव को वार्ड से घसीटते हुए डॉक्टरों के चेंबर में रख दिया गया। शव को जैसे ही डॉक्टरों के चैंबर में रखा गया। तब डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण के डर से अपने चेंबर से भाग खड़े हुए। डॉक्टरों ने जिला प्रशासन के द्वारा तैनात पदाधिकारी जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी अनुराग जतिन के ऊपर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सको और कर्मियो के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। 
डॉक्टरों ने शव को घसीटते हुए और संक्रमण फैलाने का आरोप लगाते हुए वीडियो भी शेयर किया है। 
थावे डायट covid सेंटर में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर वजहुल हक ने कहा कि उनकी ड्यूटी कल शाम 8:00 बजे से आज सुबह 8:00 बजे तक थी। उनके ड्यूटी से पहले ही एक मरीज थावे के धतीवना गांव के रहने वाले 72 वर्षीय रामचंद्र भगत की कोरोना से मौत हो गई थी। मौत के बाद ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने मृतक के परिजनों को शव ले जाने की सूचना भी दी गयी थी। बावजूद इसके परिजन शव ले जाने के लिए यहां नहीं आए। 
उसके बाद जिला मूल्यांकन पदाधिकारी अपने एक सहयोगी के साथ थावे डायट सेंटर पहुंचकर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदसलूकी की और शव को खुद अपने हाथ से घसीटते हुए डॉक्टरों के चेम्बर में रख दिया। उनके इस कृत्य से सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मौके से हट गए। डॉक्टर ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है। वहीं इस मामले में जब एमई अनुराग जतिन से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उनसे लगातार संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन उनका बयान अभी तक नहीं लिया जा सका है।