अवैध वसूली के खिलाफ हड़ताल पर गए बस संचालक

अवैध वसूली के खिलाफ हड़ताल पर गए बस संचालक

अवैध वसूली के खिलाफ हड़ताल पर गए बस संचालक

शासन के मनमानी और हो रहे अवैध वसूली को लेकर जिले के बस संचालक हड़ताल पर चले गए हैं. नतीजा यह हुआ  कि बस स्टैंड से बसे नदारद हो गई है।  हड़ताल के कारण जिला मुख्यालय से एक भी बस नहीं खुल रही है।बस संचालकों और प्रशासन की बीच उपजे विवाद का खामियाजा यहां आये यात्रियों को उठाना पड़ रहा हैं। यात्री इधर-उधर भटकने पर मजबूर हैं। वहीं बस संचालकों का कहना है कि जब तक समस्या को दूर नहीं किया जाएगा, तब तक पूरे जिले में बसों की हड़ताल जारी रहेगी।

बस संचालकों का आरोप है कि किशनपुर मैं बस स्टैंड के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। जहां ना ही शौचालय की व्यवस्था है और ना ही यात्रियों को बैठने की व्यवस्था है। बीच रोड पर ही बस स्टैंड का नाम देकर किशनपुर होकर गुजरने वाली बसों से स्टैंड के नाम पर 10 रुपए के बदले 70 रुपए की वसूली करते हैं। बस संचालकों का कहना है कि अनुमंडल स्तर पर बस स्टैंड होना चाहिए, न की 10 किलोमीटर की दूरी पर सुविधा विहीन बस स्टैंड। बस संचालकों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अगर इंसटेंट मामले को खत्म नहीं किया जाता है,तो जिला ही नहीं कमिश्नरी लेवल पर हड़ताल शुरू किया जाएगा। 

बस स्टैंड में बढ़े हुए शुल्क को वापस लेने की मांग

साथ ही कहा कि नगर परिषद द्वारा भी बस स्टैंड शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर पूर्व में मांग पत्र एसोसिएशन के द्वारा नगर परिषद को सौंपा गया था। जिस पर आश्वासन मिला था कि विचार विमर्श कर रेट को घटाया जाएगा। लेकिन बिना रेट घटाएं ही फिर से बस स्टैंड की डाक करने की तिथि तय कर दी गई है। जिसे बस संचालक कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। कहां जब तक हमारी मांगों को पूरी नहीं करते हैं तब तक जिले के बस संचालक बस परिचालन ठप कर हड़ताल पर रहेंगे।