कोरोना के मामले अचानक बढ़ने पर 5 राज्यों में अलर्ट; गुजरात में XE वैरिएंट का पहला मामला; XM का भी एक केस

कोरोना के मामले अचानक बढ़ने पर 5 राज्यों में अलर्ट; गुजरात में XE वैरिएंट का पहला मामला; XM का भी एक केस

कोरोना के मामले अचानक बढ़ने पर 5 राज्यों में अलर्ट; गुजरात में XE वैरिएंट का पहला मामला; XM का भी एक केस

चीन और अमेरिका में बढ़ते कोविड के मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने पांच राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम की सरकारों को चिट्ठी लिखी है। इसमें स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से सतर्कता बढ़ाने और संक्रमण की दर बढ़ने के कारणों की गंभीरता से जांच करने को कहा है। इसी बीच गुजरात में एक व्यक्ति के XE वैरिएंट से संक्रमित होने की जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य में XM वैरिएंट के एक मामले का भी पता चला है। इस हफ्ते की शुरुआत में मुंबई की एक महिला के XE वैरिएंट से संक्रमित होने की सूचना मिली थी। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसका खंडन कर दिया था।

क्यों चिंता में है केंद्र

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इन राज्यों में डेली पॉजीटिविटी रेट बढ़ रहा है, यानी हर दिन मिलने वाले नए कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए राज्य सरकारें हालात की गंभीरता से समीक्षा करें और जरूरी होने पर कोविड-19 को लेकर नई गाइडलाइन भी जारी करें। वही 

एक ओर देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है, लेकिन दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल और मिजोरम में पिछले सात दिन में पॉजिटिविटी रेट अचानक बढ़ गई है। इसे लेकर ही केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और मिजोरम को अलर्ट भेजा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में केरल में 353, महाराष्ट्र में 113, हरियाणा में 336 और मिजोरम में 123 मामले सामने आए हैं। देश के हालात देखें तो बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,109 नए मामले सामने आए, जबकि 43 लोगों की मौत हुई है। गुरुवार को देशभर में कोरोना के 1,033 मामले दर्ज किए गए थे।

18+ के सभी लोगों को तीसरा डोज लगेगा

कोरोना के नए वैरिएंट्स के खतरे के बीच सरकार ने ऐलान किया है कि 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को 10 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज लगाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे प्रिकॉशन डोज नाम दिया है। हेल्थ वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को यह मुफ्त लगाया जाएगा, जबकि बाकी वयस्कों को भुगतान करना होगा। यह प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लगाया जाएगा। यह डोज सिर्फ उन्हीं लोगों को लगाया जाएगा जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है और जिन्होंने दूसरा डोज 9 महीने या उससे पहले लगवाया था।

भारत में प्रिकॉशन डोज की क्यों जरूरत पड़ी

प्रिकॉशन डोज कोरोना वैक्सीन का ही तीसरा डोज है। इस डोज की आवश्यकता दुनियाभर में कोविड-19 के नए वैरिएंट के आने के बाद महसूस की गई। भारत में इस साल 10 जनवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज देना शुरू किया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 185.53 करोड़ के पार पहुंच चुका है। शुक्रवार की शाम 7 बजे तक वैक्सीन के 12 लाख से ज्यादा डोज लगाए गए। वहीं, 12 से 14 उम्र के बच्चों को वैक्सीन के 2.16 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं।