कोविड का एक लक्षण, जो महिलाओं और पुरुषों को अलग तरह से प्रभावित करता है!

कोविड का एक लक्षण, जो महिलाओं और पुरुषों को अलग तरह से प्रभावित करता है!

कोई भी व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है। फिर चाहे उनका लिंग और उम्र कुछ भी हो या फिर वे स्वस्थ ही क्यों न हों। वहीं, जो लोग पहले से गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, या जो इम्यूनोकॉम्प्रमाइज़्ड दवाओं पर हैं और जिन्हें कोविड वैक्सीन नहीं लगी है, जो भी शख्य वायरस के संपर्क में आएगा वह भी संक्रमित हो जाएगा।

नए-नए वैरिएंट्स के आने से कोविड के लक्षणों में भी बदलाव देखे गए हैं, लेकिन क्लासिक लक्षण अभी भी वहीं हैं, जिसमें बुखार, खांसी और बदन दर्द शामिल है। हालांकि, हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया है कि एक लक्षण है जो पुरुषों और महिलाओं को अलग तरह से प्रभवित करता है। तो आइए जानें इसके बारे में।

यूके की ज़ोई कोविड स्टडी एप के मुताबिक, कमज़ोरी कोविड-19 संक्रमण का बेहद आम लक्षण है, जिसे ओमिक्रॉन लहर में भी देखा गया था। एक्सपर्ट्स इसी लक्षण को समझने की कोशिश में थे कि यह कैसे पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग तरह से प्रभावित करता है।

वेब एमडी पोल के ज़रिए, जिसे 23 दिसंबर 2021 से 4 जनवरी 2022 के बीच किया गया था, पाया गया कि पुरुष और महिलाओं को कोविड संक्रमण के दौरान कमज़ोरी अलग-अलग तरह से महसूस हुई। सर्वेक्षण के अनुसार, यह लक्षण ही नहीं थे जो लोगों के महसूस करने के तरीके को प्रभावित करते थे, लेकिन वे कैसे महामारी से आगे बढ़ने के लिए संघर्ष कर रहे थे।

34% पुरुषों ने उत्तर दिया कि वे महामारी के कारण थका हुआ महसूस करते हैं, जबकि 40% महिलाओं भी इस बात से सहमत पाई गईं। लोगों ने थकान को "गुस्से, थकावट, कुंठित या अपने या अपने परिवार और दोस्तों के जीवन में व्यवधानों से तंग आने" के रूप में बताया। इसका मतलब यह था कि लोग वायरस के लक्षणों के बजाय महामारी और प्रतिबंधों से अधिक थक गए थे।

इस स्टडी में यह पाया गया कि युवा लोगों के लिए यह समय ज़्यादा चुनौतीपूर्ण था। 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में, लगभग आधे (46%) ने कहा कि उन्हें रोज़ाना कोविड की थकान महसूस होती है। युवा समूह में 27% ने कहा कि उन्हें सप्ताह में कई दिन थकान महसूस होती है।

कोविड से जुड़ी थकान क्या है?

कोविड से जुड़ी थकान महामारी का एक लंबा प्रभाव है। WHO का कहना है कि महामारी की थकान से निपटने वाले बहुत से लोग "खुद को और दूसरों को वायरस से बचाने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करने के बारे में निराश महसूस कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स इसे तनाव और थकावट से भी जोड़ रहे हैं। लोगों में महामारी को लेकर गुस्सा और चिड़चिड़ापन है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि कुछ लोग जो महामारी से जुड़ी थकान महसूस करते हैं, वे अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते और खुद को नाकाम मान लेते हैं।

महामारी में आप भी महसूस कर रहे हैं थकावट, तो क्या करें?

अगर आप चल रही महामारी के कारण तनाव या थकावट महसूस करते हैं, तो यह करें:

- अपने रूटीन को फॉलो करें।

- लोगों से सोशल मीडिया फिर वीडियो कॉल से ज़रिए मिलें, उनसे अपनी तकलीफों के बारे में बात करें।

- शराब, जंक फूड या ग़लत आदतों से दूर रहें।

- ध्यान लगाएं। योग और सांस से जुड़ी एक्सरसाइज़ करें।

- वो करें जो आपको पसंद है। किताब पढ़ें, फिल्म देखें, ऐसी एक्टिवीज़ में शामिल हों, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।

- एक हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें। अच्छा खाना खाएं, खुद को हाइड्रेट रखें और रोज़ाना एक्सरसाइज़ करें।