दिल्ली में कोरोना का ओमिक्रॉन के बीए 2.12.1 समेत 9 सब वैरिएंट कहर बरपा रहा

दिल्ली में कोरोना का ओमिक्रॉन के बीए 2.12.1 समेत 9 सब वैरिएंट कहर बरपा रहा

दिल्ली में कोरोना का ओमिक्रॉन के बीए 2.12.1 समेत 9 सब वैरिएंट कहर बरपा रहा 

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट कहर बरपा रहा है। कोरोना का कहर एक बार फिर दिल्लीवालों पर फूटा है,  वही सरकारी सूत्रों का कहना है कि ओमिक्रॉन के बीए 2.12.1 समेत 9 सब वैरिएंट की उपस्थिति दिल्ली में दर्ज हुई है। इसका खुलासा नमूनों की जीनोम अनुक्रमण के अध्ययन के बाद पता चला है। इससे पहले बुधवार को एक रिपोर्ट सामने आई थी कि जनवरी से मार्च तक दिल्ली में कोरोना से मरने वाले 97 फीसदी लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित थे, वही देश में कोरोना केसों की बढ़ोत्तरी ने एक बार फिर सरकार और आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर राजधानी दिल्ली में कोरोना केसों में भारी उछाल सामने आया है, बुधवार को दिल्ली में कोरोना के 1009 केस सामने आए थे,वही एक शख्स की कोरोना से मौत भी हुई थी। जबकि मंगलवार को दिल्ली में कोरोना केस 600 से थोड़ा ज्यादा थे। इस तरह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली में कोरोना ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। 

गुरुवार को जीनोम अनुक्रमण के अध्ययन में चौंकाने वाली बाते सामने आई। एक निजी चैनल के मुताबिक, सरकारी सूत्रों का कहना है कि नई दिल्ली में कोरोना जांच के नमूनों के अध्ययन से पता चला है कि इसमें ओमिक्रॉन के कुल 9 वैरिएंट की उपस्थिति है। जिसमें बीए .2.12.1 भी है। 

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने फरवरी में कहा था कि ओमिक्रॉन का BA.2 सब-वेरिएंट BA.1 स्ट्रेन की तुलना में अधिक संक्रामक है। हालांकि, इसमें चिंता की ज्यादा बात नहीं है। 

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि दिल्ली में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में दाखिले कम हैं। 99% कोविड बेड खाली हैं। एलएनजेपी में सात मरीज भर्ती हैं। चार महीने का एक बच्चा ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। अगर माता-पिता वैक्सीन नहीं लेते हैं, तो बच्चों को कोरोना का खतरा हो सकता है।

97 फीसदी मृतकों में ओमिक्रॉन

इससे पहले बुधवार को एक रिपोर्ट सामने आई थी कि राजधानी दिल्ली में जनवरी से मार्च महीने तक कोरोना से मरने वालों में 97 फीसदी ओमिक्रॉन से संक्रमित थे। हालांकि रिपोर्ट में यह दावा नहीं किया गया कि उनकी मौत के पीछे कारण ओमिक्रॉन वैरिएंट ही था।