दूसरे चरण में यूपी में इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, गोवा और उत्तराखंड में भी

दूसरे चरण में यूपी में इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, गोवा और उत्तराखंड में भी

यूपी उत्तराखंड और गोवा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में आज विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर वोटिंग कराई जा रही है जबकि उत्तराखंड और गोवा की सभी सीटों के लिए आज मतदान संपन्न हो जाएगा।यूपी में 7 चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 58 सीटों पर 10 फरवरी को वोटिंग हो चुकी है,जबकि दूसरे चरण के तहत 55 सीटों पर आज मतदान कराया जा रहा है ,वहीं उत्तराखंड की 70 और गोवा की 40 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग हो रही है।

उत्तर प्रदेश के चुनाव में दूसरे चरण की 55 सीटों पर कुल 586 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें से 78 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। वहीं 69 महिला प्रत्याशी भी अपना भाग्य आजमा रही हैं।इस चरण में जेल में बंद सपा प्रत्याशी आजम खान रामपुर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।वहीं भाजपा सरकार के चार मंत्रियों की  प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इनमें शाहजहांपुर से वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, बिलासपुर से जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह, औलख बदायूं से नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता, चंदौसी से माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी चुनाव मैदान में हैं।उत्तर प्रदेश के चुनाव पर सभी की निगाहें लगी हैं। ऐसा माना जाता है कि जिसने यूपी को जीत लिया वह केंद्र की राजनीति में भी अहम भूमिका में आ जाता है।

उत्तराखंड और गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है जबकि उत्तर प्रदेश में  भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है। हालांकि कुछ स्थानों पर बसपा और कांग्रेस भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। यूपी चुनाव के दूसरे चरण में जिन सीटों के लिए मतदान कराया जा रहा है वहां पिछले चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। भाजपा के लिए यह चरण सबसे चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।

जिन 55 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें से 38 सीटें भाजपा के पास है इसे बचाए रखना पार्टी के लिए बहुत बड़ी चुनौती है,क्योंकि अधिकांश सीटों पर मुस्लिम आबादी का प्रभाव है। वहीं उत्तराखंड में इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच देखने को मिल रहा है, हालांकि आप पार्टी भी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतार के कई सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। परंपरागत रूप से दो दलों की राजनीति वाले गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला है। यहां भाजपा कांग्रेस के ध आप टीएमसी और अन्य छोटे दल राज्य के चुनावी परिदृश्य पर असर डालते हुए दिख रहे हैं।