क्या आप जानते हैं क्यों और कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय मतदाता दिवस...

क्या आप जानते हैं क्यों और कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय मतदाता दिवस...

देश भर में आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय संविधान के मुताबिक जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है, जहां जनता सरकार को चुनती है।

आपको बता दें भारत निर्वाचन आयोग पूरे देश में इस बार 7वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। 25 जनवरी 2011 से देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत की गई। राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत का मकसद ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं का नाम सूची में जोड़ना और मतदान के लिए प्रेरित करना है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया था।

कैसे मनाया जाता है मतदाता दिवस?

इस दिन सरकार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाती है। इस दिवस के अवसर पर चुनावी प्रक्रिया में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले निर्वाचन अधिकारियों को सम्मानित किया जाता है।

मतदाता और मतदान से जुड़ी ज़रूरी जानकारियां

मतदाता दिवस का आयोजन 25 जनवरी 2011 से शुरू हुआ। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का शुभारंभ किया था। भारत में वोटिंग के लिए 18 साल की आयु सीमा निर्धारित है। 18 वर्ष पूरे होने पर व्‍यक्ति को मताधिकार प्राप्‍त हो जाता है। इसके बाद वह सभी प्रकार के लोकतांत्रिक चुनावों में वोट डाल सकता है। सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाती है, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होती है। इस क्रम में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाते हैं। साथ ही उन्‍हें वोटर आईडी प्रदान की जाती है।