खरना व्रत आज, जानें पूजा मुहूर्त, विधि और महत्व,आचार्य मोहन त्रिवेदी से.... !

खरना व्रत आज, जानें पूजा मुहूर्त, विधि और महत्व,आचार्य मोहन त्रिवेदी से.... !

Chhath Puja Kharna: खरना व्रत आज, जानें पूजा मुहूर्त, विधि और महत्व,आचार्य मोहन त्रिवेदी से.... !


लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ 1 अप्रैल से शुरू हो गया। वही आज यानी 2 अप्रैल को छठ महापर्व का दूसरा दिन खरना है।आपको बता दे की  यह त्योहार संतान प्राप्ति, उनकी सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है। इस पर्व में भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा करने की परंपरा बताई गई है।  नहाय खाय के दिन, भक्त गंगा सहित पवित्र नदियों में स्नान और ध्यान करने के बाद सूर्य देव की पूजा करते हैं। फिर शाम को सात्विक भोजन करते हैं। इसके अगले दिन खरना व्रत रखा जाता है।  इस दिन पूजा का विशेष महत्व होता है।  

नहाय-खाय के बाद खरना मनाया जाता है।खरना का पर्व 2 अप्रैल को मनाया जाएगा। मान्यता है कि खरना के समय व्रती नए धान से निकले चावल से तैयार खीर महाभोग का प्रसाद ग्रहण करती हैं। व्रती बुधवार की शाम में खरना अनुष्ठान करेंगी।खरना के लिए सफाई के बाद गेहूं को धोकर सुखाया जाता है।

इसके बाद गेहूं को साफ चक्की में पिसाया जाता है। इससे तैयार आटे से बुधवार की शाम में व्रती रोटी तैयार की जाती है। मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से व्रती गुड़ और चावल से खीर बनती है।

सूर्यास्त के बाद पूजा-अर्चना के बाद व्रती खरना का अनुष्ठान पूरा करते हैं। कई लोगों के यहां परंपरा के मुताबिक खरना के दिन चावल, दाल और पूडियां बनती हैं।चैती छठ महाव्रत धारण करने वाली व्रती सूर्य षष्ठी पर गुरुवार की शाम में डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगी। शुक्रवार को सूर्य सप्तमी पर व्रती उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य अर्पित करेंगी। इसके साथ ही चार दिनी महापर्व का समापन होगा।