हमारे पास जो भी मामले आये हैं या आएंगे हम उसकी जांच करेंगे अगर उसमे अपराध के मामले बनते हैं तो कार्यवाही होगी। नैय्यर हसनैन खान
ये कोई नई बात नही है ये पहले से एक्ट में दिया हुआ है और हमने शिर्फ अनुरोध किया है सभी विभागों के सचिव और प्रधान सचिव से कि अगर उनके पास कोई इस तरह की जानकारी है या वो इस तरह के चीजो से एफेक्टेड है तो हमे उसकी जानकारी दे उसके लिए आर्थिक अपराध इकाई है देखने के लिए और किसी भी तरह का सोशल मीडिया का मिसयूज होता है तो वो साइबर क्राइम के श्रेणी में आता है चाहे किसी के पर्सनल डिग्निटी के साथ खिलवाड़ हो या अशांति फैलाने के लिए हो| भ्रामक चीज़ो को फैलाने के लिए हो या बिल्कुल ही तथ्य हीन चीज़ो को उल्लेख करके हो तो इस तरह के जो भी मामले हो हमारे संज्ञान में लाया जाए हम उसे देखेंगे जांच करेंगे और जांच में यदि वो अपराध के मामले बनते हैं तो उनपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।इसको स्पष्ट कर दूं इसमे जो भी कंटेंट है वो पूरी तरह से लीगल लिए गए हैं और ऐसा कोई भी मामला जो आईटी एक्ट और आइपीसी के अंदर कभर होगा, वहीं मामलो में अपराध श्रेणी में माने जाएंगे,इसके अलावा किसी के भी व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत राय देने की स्वतंत्रता है वो अपराध श्रेणी में नही ये केवल ऐसे मामले है जिनमे अपराध कांड दर्ज हो सके उन्ही मामलो में कानूनी कार्यवाही का प्रयोजन है। हमारे पास जो भी मामले आये हैं या आएंगे हम उसकी जांच करेंगे अगर उसमे अपराध के मामले बनते हैं तो कार्यवाही होगी। आम आदमी के शिकायतें आ भी रही है मगर लोगो मे अभी भी संसय है वो इन मामलों को लेकर लोकल थाने में चले जाते हैं, हर जिले में भी हमारी टीम काम कर रही है