इन सभी शहरों से बेहतर हुई पटना की हवा, स्वच्छ वायु रैंकिंग में गया भी ऊपर पहुंचा; सर्वे में किया दावा !
इन सभी शहरों से बेहतर हुई पटना की हवा, स्वच्छ वायु रैंकिंग में गया भी ऊपर पहुंचा; सर्वे में किया दावा !
स्वच्छ वायु रैंकिंग में देश के शहरों में पटना का 14वां और गया का आठवां स्थान है। कोलकाता, चेन्नई, रांची, जमशेदपुर और हावड़ा जैसे शहर पटना से पीछे हैं। गया ने भी देहरादून, नोएडा, गुवाहाटी, जम्मू जैसे शहरों को पीछे छोड़ दिया है। दरअसल, शहरों की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण कराया था। यह सर्वे देश के 130 वायु प्रदूषित शहरों के बीच कराया गया था। 2024 की इस रिपोर्ट में 10 लाख से अधिक की आबादी वाले 47 शहरों में पटना की रैंकिंग में सुधार हुआ है। वही गया ज़िले की रैंकिंग में भी अच्छा सुधार हुआ है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की स्वच्छ वायु सर्वे रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 में पटना की रैंकिंग 29 थी। तीन से 10 लाख की आबादी वाले 44 शहरों की श्रेणी में गया शहर को आठवां स्थान मिला है। 2023 में गया की रैंक 20 थी। मुजफ्फरपुर शहर की रैंकिंग 34 है। यहां वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ है।जिन शहरों में वायु गुणवत्ता विगत पांच वर्षों में राष्ट्रीय परिवेशीय वायु गुणवत्ता मापदंड को पूरा नहीं करती हैं,
उनको केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद नॉन अटेनमेंट सिटी (प्रदूषण नियंत्रण संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त न कर पाने वाले शहर) घोषित करता है। इस सूची में पटना, गया और मुजफ्फरपुर शामिल हैं। वर्तमान में देश में 130 शहर नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित हैं। इन्हीं शहरों के बीच स्वच्छ वायु सर्वेक्षण कराया जाता है।बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला ने बताया कि इस बार के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में पटना और गया का प्रदर्शन महत्वपूर्ण है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्शन प्लान पर संबंधित विभागों ने काम किया है। खासकर पटना नगर निगम ने सड़कों की सफाई, नियमित पानी का छिड़काव किया। वहीं नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण को लेकर निगम काफी प्रयास कर रहा है। शहरवासियों की भागीदारी से भी रैंकिंग सुधरी है। अगली बार पटना को टॉप 10 में जगह बनाना है। फुटपाथों पर पेभर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं।