ओबीसी सूची में संशोधन: बिहार में गिरि, जागा, मल्लिक व सूर्यापुरी जातियों को अति पिछड़ा में शामिल करने की राह आसान
केन्द्र सरकार की नई पहल से बिहार में चार जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की राह आसान होगी। इनमें गिरि, जागा, मल्लिक व सूर्यापुरी शामिल हैं। राज्य में गिरि व जागा जातियां पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल हैं जबकि मल्लिक व सूर्यापुरी इनमें शामिल नहीं है। सूर्यापुरी की आबादी किशनगंज में अधिक है। मल्लिक जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया था, जिसे बाद में हटा दिया गया। इन जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के लिए नई व्यवस्था के तहत सुविधा होगी।राज्य में अति पिछड़ा वर्ग आयोग तथा अन्य पिछड़ा वर्गो के लिए राज्य आयोग वर्तमान में सक्रिय नहीं है। इसका पुनर्गठन नहीं किया गया है। अति पिछड़ा वर्ग आयोग अति पिछड़ी जातियों से जुड़े मामलों पर कार्रवाई करती है जबकि अन्य पिछड़ा वर्गो के लिए राज्य आयोग के तहत पिछड़ी जातियों से जुड़े मामलों पर कार्रवाई की जाती है। बिहार में 144 जातियां ओबीसी के तहत आती है। जिनमें 113 जातियां अति पिछड़ा वर्ग एवं 31 जातियां पिछड़ा वर्ग के तहत आती हैं।