बिहार सरकार और एसटीईटी अभ्यर्थियों के बीच द्वन्द खत्म होने का नाम नही ले रही, जहां सरकार और शिक्षा मंत्री लगातार इस संबंध में अभ्यर्थियों को तसल्ली दे रहे हैं कि उनकी नियुक्ति जल्द से जल्द कर दी जाएगी। वहीं दूसरी तरफ कैंडिडेट्स लगातार विरोध प्रदर्शन कर मार्च निकाल रहे है।
विरोध मार्च के दौरान एसटीईटी अभ्यर्थी संघ के अध्यक्ष कुंदन कुमार ने कहा कि ‘हमें नियोजन नहीं, नियुक्ति चाहिए। अगर सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती, तो हम आमरण अनशन पर उतरेंगे।' उन्होनें आगे यह भी कहा कि हम नहीं चाहते कि हमारे इस विरोध प्रदर्शन से किसी को भी कोई परेशानी हो। हम बस शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकालकर सरकार को उनके वादों की याद दिलाना चाहते हैं। हमें बेवजह पुलिस द्वारा विरोध करने की बात कहकर परेशान किया जा रहा है।
कई बार एसटीईटी अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर चुके है और कुछ दिन पहले एसटीईटी अभ्यर्थी पटना सचिवालय पहुंचकर और भारी विरोध किया था। आपको बता दें कि, सचिवालय प्रतिबंधित क्षेत्र में आता है,जहां किसी को भी विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है। एसटीईटी अभ्यर्थियों ने इस नियम को तोड़ा और पुलिस को अपने बल के प्रयोग से उन्हें वहां से हटाना पड़ा।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने खुद उनके हर संदेह को दूर करते हुए कहा था कि ‘एसटीईटी अभ्यर्थी चिंता ना करें, सरकार अपना किया हर वादा निभाएगी। इकाई द्वारा नियोजन प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।’