बिहार के नालंदा में बोले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू- हम विजेता बनने को नहीं, ज्ञान बांटने को लेकर थे विश्वगुरु
नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि व इंडिया फाउंडेशन (India Foundation) के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय धर्म-धम्मा सम्मेलन के रविवार को उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि धर्म हमारे नैतिक मूल्यों को दर्शाता है। हिंदुइज्म एवं बुद्धिज्म अलग नहीं हैं। दोनों को साथ में समझने की जरूरत है। उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण चीजों को समझ कर उसे आत्मसात करने की जरूरत है। धर्म को समझकर उसे अपने जीवन मे उतारें तो वह खुद आपको शांति की ओर लेकर जा सकता है। हम बुद्ध के रास्ते पर चलकर युद्ध को रोकना चाहते हैं। भारत विजेता बनने को नहीं, बल्कि ज्ञान बांटने को लेकर विश्वगुरु बना था। शेयर एंड केयर भारतीय दर्शन का मूल तत्व है।