सिकंदर रजा के आगे फीकी पड़ी केएल राहुल की पारी, पंजाब ने लखनऊ को हराया
सिकंदर रजा के आगे फीकी पड़ी केएल राहुल की पारी, पंजाब ने लखनऊ को हराया
इकाना स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में पंजाब किंग्स ने लखनऊ सुपर जाइटंस को 2 विकेट से हराया. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी लखनऊ सुपर जाइटंस ने अपने 20 ओवरों में 8 विकेट गंवाकर 159 रन बना लिए हैं. जवाब में पंजाब ने 3 गेंद बाकी रहते ही मुकाबले को 2 विकेट से अपने नाम कर लिया. पंजाब के लिए सिकंदर रजा ने मैच विनिंग पारी खेली, उन्होंने 41 गेंदों में 57 रन बनाए. लखनऊ के लिए रवि बिश्नोई, मार्क बुड और युधवीर सिंह ने 2-2 विकेट चटकाए. वहीं लखनऊ के लिए केएल राहुल ने सबसे ज्यादा 56 गेंदों में 74 रन बनाए. 160 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स की शुरुआत खराब रही. अथर्व तायडे के रूप में पंजाब को पहला झटका लगा है. युद्धवीर सिंह चरक ने उन्हें अपना शिकार बनाया. पंजाब किंग्स दूसरा झटका प्रभसिमरन सिंह के रूप में लगा है. वह 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. पंजाब किंग्स को तीसरा झटका गौतम ने दिया. उन्होंने मैथ्यू शॉर्ट को 34 रनों पर पवेलियन का रास्ता दिखाया. इसके बाद हरप्रीत भाटिया 22 गेंदों में 22 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें क्रुणाल पांड्या ने अपना शिकार बनाया. रवि बिश्नोई ने सैम कर्रन को पवेलियन भेज पंजाब को पांचवा झटका दिया. कर्रन 6 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद जितेश शर्मा महज 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इसके बाद 10 गेंदों में 23 रन नाबाद रहकर शाहरुख खान ने पंजाब को जीत दिलाई. लखनऊ के लिए रवि बिश्नोई, मार्क बुड और युधवीर सिंह ने 2-2 विकेट चटकाए. हरप्रीत बराड़ ने पंजाब किंग्स को पहली सफलता दिलाई. उन्होंने काइल मेयर्स को पवेलियन का रास्ता दिखाया. मेयर्स 23 गेंदों में 29 रन बनाकर आउट हुए. लखनऊ सुपर जाएंट्स का दूसरा दीपक हुड्डा के रूप में लगा. वह महज 2 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें सिकंदर रजा ने शिकार बनाया. लखनऊ सुपर जाएंट्स का तीसरा झटका कगिसो रबाडा ने दिया. उन्होंने क्रुणाल पांड्या को अपना शिकार बनाया. वह 17 गेंदों में 18 रन बनाकर पवेलियन लौटे. इसके बाद लखनऊ सुपर जाएंट्स का चौथा सबसे बड़ा झटका निकोल पूरन के रूप में लगा, वह जीरो पर आउट हुए. इसके बाद मार्कस स्टोइनिस भी 11 गेंदों में 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उन्हें सैम कर्रन ने शिकार बनाया. इसके बाद सैम कर्रन ने कृष्णप्पा गौतम को महज 1 रन के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया. इसके बाद युद्धवीर सिंह चरक भी वे सैम कर्रन का शिकार बन गए. वह बिना खाता खोले पवेलियन लौटे.