भारत की सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनी 'पाथेर पांचाली ''प्यासा , मशहूर फिल्ममेकर सत्यजीत रे ने बनाया था...
भारत की सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनी 'पाथेर पांचाली ''प्यासा ,
मशहूर फिल्ममेकर सत्यजीत रे ने बनाया था...
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म क्रिटिक्स सत्यजित रे के फिल्म 'पाथेर पांचाली को सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्म घोषित किया गया ,भारतीय सिनेमा के इतिहास में 1955 के इस फिल्म ने शीर्ष 10 फिल्मो में प्रथम स्थान हासिल किया ,महान फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की फीचर फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ को ,
जिसका ऐलान एफआईपीआरईएससीआई की ओर से कराये गये मतदान के बाद किया गया.भारतीय सिनेमा की शुरुआत से लेकर अब तक के सफर की बात की जाती है एक नाम जरूर सामने आता है, वह नाम है सत्यजीत रे का। जिन्होंने आज से तकरीबन 70-80 साल पहले ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जो आज मिसाल बनी हुई हैं। अब सालों बाद जब भारतीय सिनेमा की 1 सर्वश्रेष्ठ फिल्म का चयन किया गया तो सत्यजीत रे फिल्म 'पाथेर पांचाली' को इस खिताब से नवाजा गया है। इस लिस्ट में पांच हिंदी फिल्में, तीन बंगाली फिल्में और मलयालम और कन्नड़ भाषा की एक-एक फिल्में शामिल हैं
एफआईपीआरईएससी आई ने सभी भाषाओं में भारतीय सिनेमा के इतिहास में शीर्ष 10 फिल्मों को सूचीबद्ध करते हुए 'ऑल टाइम टेन बेस्ट इंडियन फिल्म्स' की एक सूची निकाली। रे की 1955 की फिल्म 'पाथेर पांचाली', जो कि विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय के 1929 के इसी नाम के बंगाली उपन्यास पर आधारित है, ने उनके निर्देशन की शुरुआत की।
यह अपू त्रयी की पहली फिल्म भी थी। अब तक की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक के रूप में मानी जाने वाली, 'पाथेर पांचाली' नायक अपू और उसकी बड़ी बहन दुर्गा के बचपन के कष्टों को उनके गरीब परिवार के कठोर ग्रामीण जीवन के बीच दशार्ती है। इसके बाद 'अपराजितो' (1956) और 'अपुर संसार' (1959) आई।
अदूर गोपालकृष्णन की 1981 की मलयालम फिल्म 'एलिप्पथयम', गिरीश कासरवल्ली की 1977 की फिल्म 'घटश्रद्धा', और एम.एस. सथ्यू के 'गर्म हवा' ने क्रमश: चौथे, पांच और छठे नंबर पर जगह बनाई। रे की 1964 की फिल्म 'चारुलता' का नाम इस लिस्ट में सातवां था। आठवां स्थान श्याम बेनेगल की 1974 की फिल्म 'अंकुर' ने लिया, जबकि गुरु दत्त की 'प्यासा' (1954) और रमेश सिप्पी की 'शोले' (1975) ने क्रमश: नौवां और दसवां स्थान हासिल किया।
इस लिस्ट में सत्यजीत रे की पाथेर पांचाली ने टॉप किया है। 1955 में रिलीज़ हुई, पाथेर पांचाली में करुणा बनर्जी, सुबीर बनर्जी, चुन्नीबाला देवी और उमा दासगुप्ता ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। यह बिभूतिभूषण बंद्योपाध्याय के इसी नाम के बंगाली उपन्यास पर आधारित थी। पाथेर पांचाली की कहानी अप्पू और उसकी बहन दुर्गा के इर्द-गिर्द घूमता है जो अपने गरीबी से पीड़ित जीवन का अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश करते हैं।
उर्वशी गुप्ता