अब प्ले स्कूल की तरह दिख रहे आंगनबाड़ी
जिले के दर्जनों आंगनबाड़ी केंद्र अब प्ले स्कूल की तरह दिख रहे हैं। इन केेंद्रों में बच्चों को प्ले स्कूल की तरह खेल- खेल में पढ़ाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। दीवारों पर पढ़ने के लिए थ्री डी पेंटिंग बनाई जा रही है। बच्चों के बैठने की व्यवस्था भी अच्छी की जा रही है। अधिकांश केंद्रों पर छोटी कुर्सियों की व्यवस्था हो चुकी है।जिले में कुल 3039 आंगनबाड़ी केंद्र हैंं। दो साल पहले तक जिले के दर्जनों आंगनबाड़ी केंद्र बुरी तरह से बदहाल थे। किसी की छत टपक रही थी तो किसी की दीवार जर्जर थी। ऐसे में प्रशासन नए आंगनाबड़ी केंद्रों का निर्माण करा रहा है। पिछले दो साल में दर्जनों नए आंगनबाड़ी केंद्र बन चुके हैं। अब इन केेंद्रों को प्ले स्कूल की तरह ही विकसित करने का काम शुरू हो गया है। शहर के साथ ही ही ग्रामीण क्षेत्र में भी बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में परिवर्तित करने की मुहिम शुरू कर दी गई है।शासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों को सुंदर बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्नीचर, पुस्तकें, खिलौने और दीवार पर पेंटिंग का कार्य किया जा रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को प्ले स्कूल की तरह विकसित किया जाएगा। इसमें सामाजिक संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है। बच्चों के बैठने से लेकर खेल-खेल में पढ़ने की भी व्यवस्था की जा रही है। इससे बच्चों में पढ़ने की रुचि बढ़ेगी। यही उनकी बुनियादी शिक्षा को मजबूती देगी।