खालसा स्थापना दिवस: 1942 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था पाकिस्तान रवाना

जत्थे को रवाना करते हुए एसजीपीसी सचिव सरदार प्रताप सिंह ने कहा कि यह जत्था पाकिस्तान में खालसा सृजना दिवस बैसाखी से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लेगा। यह जत्था गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल, गुरुद्वारा जन्म स्थान श्री ननकाना साहिब, गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा साहिब, गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब श्री करतारपुर साहिब, गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर, गुरुद्वारा रोरी साहिब एमिनाबाद के दर्शन करने के बाद 19 अप्रैल को भारत लौट आएगा।

खालसा स्थापना दिवस: 1942 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था पाकिस्तान रवाना
प्रतीकात्मक तस्वीर

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरुवार को खालसा स्थापना दिवस (वैसाखी) के अवसर पर पाकिस्तान में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेने के लिए 1942 सिख तीर्थयात्रियों के एक जत्थे को रवाना किया।

जत्थे का नेतृत्व कर रहे जंग बहादुर सिंह ने कहा कि प्रत्येक सिख के दिल में पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों के दर्शन करने की लालसा होती है और जब सिखों को वहां जाने का समय मिलता है तो वे स्वयं को धन्य महसूस करते हैं। उन्होंने जत्थे का नेतृत्व सौंपने के लिए एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। 

जत्थे को रवाना करते हुए एसजीपीसी सचिव सरदार प्रताप सिंह ने कहा कि यह जत्था पाकिस्तान में खालसा सृजना दिवस बैसाखी से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लेगा। यह जत्था गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल, गुरुद्वारा जन्म स्थान श्री ननकाना साहिब, गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा साहिब, गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब श्री करतारपुर साहिब, गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर, गुरुद्वारा रोरी साहिब एमिनाबाद के दर्शन करने के बाद 19 अप्रैल को भारत लौट आएगा। 

प्रताप सिंह ने एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की ओर से वीजा प्रदान करने के लिए पाकिस्तान सरकार और दूतावास के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया तथा उम्मीद जताई कि श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप भविष्य में भी वीजा प्रदान किए जाएंगे।