ओवरलोडिंग पड़ेगा महंगा
हम अक्सर गाड़ियों में जरुरत से ज्यादा लोगों को बैठा लेते हैं, खासतौर से जब घर में कोई सामारोह होता है तब, लेकिन हम इससे होने वाले नुकसान से बिल्कुल भी वाकिफ ने नहीं होते हैं। आपको बता दें, सीटिंग कपैसिटी से अधिक लोगों का बैठना ओवरलोडिंग कहलाता है और ओवरलोडिंग के चलते आपकी कार को काफी नुकसान होता है। इस खबर के माध्यम से हम जानेंगे ओवरलोडिंग से होने वाले नुकसानों के बारे में...
सस्पेंशन पर दबाब
जब भी हम सीटिंग कपैसिटी से अधिक लोगों को अपनी गाड़ी में बैठाते हैं तो, सस्पेंशन पर इसका सीधा असर पड़ता है। बता दें आज भी लोग अपनी कारों में ओवरलोडिंग को कोई बड़ी समस्या नहीं मानते है, लेकिन उनको ये जरूर पता होगा कि सस्पेंशन खराब हो जाने से हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं। इसलिए अपनी कार में सीटिंग कपैसिटी के हिसाब से लोगों को बैठाएं।
बॉडी फ्रेम
ओवरलोडिंग का सीधा असर गाड़ी के बॉडी फ्रेम पर भी पड़ता है। कार की बॉडी एक सीमा तक ही लोड लेने में सक्षम है। अगर उससे अधिक फ्रेम पर लोड जाता है तो उसका फ्रेम बिगड़ने लगता है। लगातार कार में जरुरत से अधिक लोगों को बैठान से बॉडी फ्रेम में दरारें पड़ सकती हैं। इन दरारों को ठीक न कराने पर ये टूट जाते हैं और नए बॉडी फ्रेम लगवाने का खर्चा भी काफी आता है। इसलिए सुविधा से अधिक लोगों को कार में बैठा कर यात्रा न करें।
इंजन
अक्सर इंजन गर्म होने की समस्या सुनने को मिलती है। इस ओवरहिट की वजह कई बार ओवरलोडिंग होती है। ओवरलोडिंग से इंजन पर दबाव बनता है और इस दवाब के कारण इंजन ओवरहिट करने लगता है। ऐसे में कपैसिटी से अधिक लोगों को बैठाने से पहले इन महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जरूर ख्याल रखें। अगर आप भी चाहते हैं आपकी गाड़ी अच्छी तरह से चले और आपकी गाड़ी के इंजन में जान बरकरार रहे तो, आपको ओवरलोडिंग से बचना होगा।
टायर प्रेशर
पूरे गाड़ी का भार टायर पर पड़ता है, जैसे ही अधिक लोग गाड़ी पर सवार होते हैं, वैसी टायर का प्रेशर घटने लगता है।