दिन में एक से दो चम्मच शहद खाकर आप रह सकते हैं कई समस्याओं से दूर
शहद में हाइड्रोजन परऑक्साइड होता है, जो एंटीसेप्टिक है। साथ ही इसका पीएच लेवल कम होता है, जिससे बैक्टीरिया के लिए पनपना मुश्किल होता है। इसलिए यह खाद्य पदार्थों को बैक्टीरिया और फंगस से बचाकर रखता है।
एंटी-बैक्टीरियल विशेषता के कारण यह घाव को जल्दी भरने में भी मदद करता है। इसे घाव साफ करने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पेट में पाए जाने वाले बैक्टीरिया को बेहतर करने की इसकी खूबी के कारण यह शरीर पर एंटी-इनफ्लेमेट्री प्रभाव डालता है।
फाइटोकेमिकल, फ्लेवनॉयड्स और एस्कोर्बिक एसिड, शहद में यह गुण पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट ऐसे तत्वों को कहा जाता है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को हटाते हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करते हैं। कई अध्ययनों में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और गंभीर बीमारियों के बीच संबंध पाया गया है। खानपान में पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट होने से हम बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम कर सकते हैं।
सुबह की शुरूआत शहद, नींबू वाले पानी से करने पर वजन काफी हद तक कंट्रोल में रहता है और अगर बहुत ज्यादा है तो धीरे-धीरे कम होने लगता है।