आर पार के मूड में वार्ड सचिव,सरकार से दो दो हाथ...
सरकारी दमन का शिकार वार्ड सचिव एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में हैं।नौकरी से हटाए जाने के सरकारी आदेश के खिलाफ और बकाया मानदेय के भुगतान की मांग को लेकर वार्ड सचिवों ने पिछले कई दिनों तक पटना के गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन किया लेकिन सरकार ने उनकी मांगे नहीं सुनीं। अब वार्ड सचिव एक बार फिर कमर कस चुके हैं।उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी बातों को नहीं सुनती है तो आगामी 22 जनवरी को एक बार फिर बिहार की सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे। वार्ड सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष कामदेव न्याय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रदर्शन के दौरान जेल भेजे गए तमाम वार्ड सचिव बेल पर बाहर आ चुके हैं लेकिन जिन बार्ड सचिवों को पुलिस के डंडे से घायल किया गया था उनके इलाज के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि घायल वार्ड सचिव का तुरंत इलाज किया जाए। गौरतलब है कि 10-12 दिनों तक चले लंबे आंदोलन के बावजूद भी सरकार ने इनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया। हालांकि सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक के कई नेता उनके समर्थन में आए और इनकी मांगों पर विचार करने का अनुरोध किया, लेकिन सरकार सोती रही।अब एक बार फिर वार्ड सचिव आंदोलन करने के मूड में हैं।अब देखना है कि सरकार अब भी इनकी मांगों को सुनती है या उनका ये भी कदम बेकार जाता है।