क्या होगा अगर आपने ग़लती से खा लिया फफूंद लगा खाना?
खाने की ऐसी कई चीज़ें होती हैं, जो हम फ्रीज में या कबर्ड में स्टोर करके रखते हैं। कुछ दिन बाद जब उस डिब्बे को खोलो तो उसमें फफूंद लगी दिखती है। हम में से इस तरह का अनुभव कई लोगों के साथ हुआ होगा। फफूंद देखते ही हम उसे ध्यान से फेंक देते हैं ताकि उससे नुकसान न हो। ऐसा अक्सर सफेद ब्रेड के साथ होता है। खासतौर पर गर्मी या फिर बारिश के मौसम में।
कई बार यह भी होता है कि हम फफूंद लगा खाना खा लेते हैं और फिर कड़वा स्वाद आने से हमें एहसास होता है कि हमने क्या खा लिया। ऐसे में सबसे पहले दिल में डर बैठ जाता है कि फफूंद आपको किस तरह बीमार कर सकती है। क्या वाकई फफूंद खा लेना ख़तरनाक साबित होता है? क्या इसे ग़लती से खा लेने के बाद आपको फौरन अस्पताल दौड़ना चाहिए?
फूड एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप ग़लती से फफूंद खा लें तो डरने की ज़रूरत नहीं है। आपको यह पता होना चाहिए कि ग़लती से फफूंद लगा खा लेना एक आम बात है और कई लोग इस तरह की ग़लती करते हैं। ब्रेड, फल, सब्ज़ियों जैसी चीज़ें जो नरम और छिद्रपूर्ण होती हैं उनमें फफूंद लगना आसान है। लेकिन इसे खा लेने से ज़्यादा नुकसान नहीं होता है, या आप गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ते हैं।
खाने को फफूंद से बचाकर रखने के कुछ उपाय:
हमने देखा है कि फफूंद अक्सर गर्म, उमस भरे वातावरण में लगती है- जो फफूंद के विकास के लिए सही और अनुकूल सेटिंग है। आखिरकार, सूखी फफूंद के बीजाणु नए स्थानों की तलाश में हवा में तैरते हैं, जहां कुछ और फफूंदी पनप सकें। तो आइए जानें ऐसे उपायों के बारे में जिनसे आप खाने को फफूंद से बचा सकें।
1. सामान खरीदते वक्त पैकेट की तारीख (बेल्ट बिफोर), वो कैसा दिख, महसूस और स्मेल कर रहा है। ध्यान से देखें कि कहीं उसमें फफूंद तो नहीं है।
2. खाने को समझदारी से खरीदें और स्टॉक करें। खाने को कम मात्रा में खरीदें ताकि मोल्ड को बढ़ने का समय न मिले।
3. खाने को प्लास्टिक रैप से कवर करें ताकि हवा में नमी और बीजाणुओं के संपर्क में न आए।
4. चीज़ों को ठंडी और सूखी जगह पर रखें। जिन चीज़ों को फ्रिज में रखा जाना चाहिए, उन्हें वहीं रखें। हालांकि, फ्रिज हमेशा के लिए इन्हें फफूंद से बचाकर नहीं रख सकता। इसलिए समय-समय पर देखते रहें।
5. जो खाना बच जाता है उसे 2 से 3 दिनों में ख़त्म कर लें। फ्रिज को रोज़ाना साफ करें।
6. संरक्षित या कोई भी सूखा भोजन जिसे आप तुरंत उपयोग करने की योजना नहीं बना रहे हैं, उसे गीले या नम हाथों से न छुएं।
7. पापड़, रेडी टू फ्राई चिप्स, सूखे प्रोडक्ट्स जिन्हें अक्सर लंबे समय तक स्टोर किया जाता है, उन्हें थोड़े-थोड़े दिन में सूरज की रोशनी दिखाएं।
ऐसे खाने को खाने से जिसमें फफूंद लग गई है, आप बीमार नहीं पड़ेंगे, लेकिन खाने में फफूंद लगने का मतलब है उसे फौरन फेंक दिया जाए। इतना याद रखें कि खाने में मोल्ड्स लगना आम बात है, इसे अचानक देखकर घबराने की ज़रूरत नहीं है। जिन खाने की चीज़ों में नमी का स्तर ज़्यादा होता है, उनमें फफूंद आसानी से लग जाती है। साथ ही फफूंद के अंदर छिपे बैक्टीरिया ख़तरनाक साबित हो सकते हैं।