ताड़ी छोड़कर नीरा अपनाने वालों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलेगा अनुदान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताड़ी बनाने वालों से अपील की है कि वे ताड़ी को छोड़कर नीरा को अपनाएं। समाज सुधार अभियान के तहत मधेपुरा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग ताड़ी के बदले नीरा को अपनाएंगे उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ताड़ी छोड़कर नीरा को अपनाने वाले लोगों को सतत जीविकोपार्जन के तहत सहायता दी जा रही है, लेकिन साथ में ही अगर ताड़ी बेचने वाले लोग नीरा बनाएंगे तो सीएम राहत कोष से भी अनुदान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने लोगों को आगाह किया कि ताड़ी बहुत ही बुरी है जबकि नीरा बहुत अच्छी चीज है। उन्होंने कहा कि एक खास जाति के लोग ताड़ी उतारने का काम करते हैं। लोग उनको भड़काते हैं वो कहीं जाकर कोई और दूसरा काम करते हैं। ऐसे लोग यदि नीरा बनाए तो सरकार उन्हें मदद देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू होने के पहले जो परिवार ताड़ी के व्यवसाय से जुड़े थे उन्हें नीरा व्यवसाय से जोड़ा जा रहा हैऔर सरकार की तरफ से एक लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है साथ ही लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।