बिहार में एक बार फिर से मानसून हुआ सक्रिय, उमस भरी गर्मी से लोगों को मिली राहत
बिहार में एक बार फिर से मानसून हुआ सक्रिय, उमस भरी गर्मी से लोगों को मिली राहत
बिहार में एक बार फिर से मानसून सक्रिय हो चुका है। इसका प्रभाव उत्तर बिहार की अपेक्षा दक्षिण बिहार में अधिक दिखाई दे रहा है। मंगलवार को पटना के ऊपरी हिस्से से ट्रफ रेखा पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही थी। इस दौरान प्रदेश के ऊपरी हिस्से में निम्न हवा के दबाव का प्रभाव की वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी बिहार में प्रवेश कर रही थी। इससे प्रदेश के सभी हिस्से में मध्यम दर्जे की बारिश हुई। पटना में तीन घंटे के दौरान 46 एमएम बारिश दर्ज किया गया। हालांकि, पटना में रुक-रुक के देर रात तक बारिश होती रही। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को भी बिहार में मौसम सक्रिय रहेगा। इस दौरान पटना, गया, नालंदा. नवादा सहित 14 जिलों में मध्यम दर्जे तो 17 जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं। पिछले पंद्रह दिनों से बारिश नहीं होने की वजह से एक ओर जहां लोग गर्मी से बेचैन थे वहीं किसानों के माथे पर चिंता का बादल मडरा रहा था। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले दिन तेजी से बारिश होने का एलर्ट हाेने के बाद भी बारिश नहीं होने पर सबसे अधिक चिंता किसानों को होने लगी थी। मंगलवार सुबह से कड़ाके की धूप खिली उसके बाद संध्या में रिमझीम बारिश के बाद मौसम में एका-एक बदलाव होने से मौसम सुहाना हो गया। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। इसकी वजह से तापमान भी नीचे गया। मंगलवार को एकाएक आसमान में छाई काले बादल के साथ ही बुंदा-बांदी बारिश से शरीर झुलसा देने वाली गर्मी से लोगों ने राहत महसूस किए। इस वर्ष भी धान फसल होने की उम्मीद छोड़ चुके किसानों को थोड़ी सी उम्मीद की किरण दिखाई देने लगा। किसानों ने बताया कि अभी से भी अगर बारिश होती है तो कुछ न कुछ धान उपज हो सकता है। अन्यथा इस वर्ष भी धान के साथ अन्य फसल होने की उम्मीद बहुत ही कम है।