राजधानी के 37 स्मार्ट पार्किंग में वाहनों के फास्टैग से कटेगा शुल्क, देशभर के 100 शहरों में पटना पहला, जहां लागू होगी यह व्यवस्था
राजधानी के 37 स्मार्ट पार्किंग में वाहनों के फास्टैग से कटेगा शुल्क, देशभर के 100 शहरों में पटना पहला, जहां लागू होगी यह व्यवस्था
शहर में पार्किंग की सुविधाओं का बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की गई है। पटना के 37 जगहाें पर स्मार्ट पार्किंग की सुविधा लोगों को जल्द मिलेगी। इसका ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है। स्मार्ट पार्किंग की खास बात यह होगी कि यहां चार पहिया वाहनों से फास्टैग के माध्यम से शुल्क कटेगा। देशभर के 100 स्मार्ट शहरों में पटना पहला ऐसा शहर होगा, जहां पार्किंग के लिए इस तरह की सुविधाजनक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।बता दें कि टोल नाके पर जिस फास्टैग से शुल्क लेने का सिस्टम है, उसी तरह स्मार्ट पार्किंग में भी वाहनों के फास्टैग से निर्धारित शुल्क की कटौती ऑटोमेटिक स्कैनर मशीन के माध्यम से होगी। इससे जहां वाहन मालिकों को सुविधा मिलेगी, वहीं पार्किंग स्थल पर अतिरिक्त वसूली से लोग बच सकेंगे। फास्टैग से शुल्क की कटौती केवल पार्किंग लोकेशन में ही होगी, क्योंकि पूरे पार्किंग में जिओ फेंसिंग की गई है। अतिरिक्त वसूली की गुंजाइश को रोकने और पूरे सिस्टम में पारदर्शिता रखने के लिए फास्टैग से पार्किंग शुल्क लेने की तैयारी है। अभी ट्रायल के तौर पर स्मार्ट पार्किंग की शुरुआत हुई है और रिसिप्ट देकर शुल्क लिया जा कहा है। जल्द ही फास्टैग से शुल्क लेने का सिस्टम शुरू किया जाएगा। इस पूरे सिस्टम को लागू करने के लिए एक कंट्रोल रूम की जरूरत है। पटना नगर निगम द्वारा एजेंसी को जगह मिलने ही स्मार्ट पार्किंग में सुविधाएं बढ़ाकर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस नई पार्किंग से शहर में बहुत हद तक अवैध पार्किंग व अतिक्रमण से राहत मिलेगी।स्मार्ट पार्किंग में फास्टैग से शुल्क कटने के बाद वाहन मालिकों के मोबाइल पर मैसेज आएगा। फास्टैग में बैलेंस नहीं होने पर फिर ऑनलाइन के अन्य माध्यमों से या फिर कैश में शुल्क लिए जाएंगे। अमेजिंग इंडिया नाम की एजेंसी को शहर के स्मार्ट पार्किंग को चलाने की जिम्मेदारी दी गई हैै। इस एजेंसी को पटना और भुवनेश्वर एयरपोर्ट समेत कई शहरों में पार्किंग चलाने का बेहतर अनुभव है। लेकिन, पहली बार पटना नगर निगम और स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में फास्टैग से शुल्क लेने का सिस्टम तैयार किया गया है। बताया गया कि निजी तौर पर मेट्रो शहरों में यह सिस्टम है, लेकिन सरकारी एजेंसियों में पटना पहला शहर होगा।पार्किंग में शुल्क नहीं देने वाले वाहन मालिक शहर के किसी अन्य पार्किंग में भी अपनी गाड़ियाें को पार्क नहीं कर पाएंगे। बताया गया है कि किसी एक पार्किंग में शुल्क नहीं देने पर उस गाड़ी नंबर को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। जबतक पुराने बकाए की भरपाई नहीं होगी, तब तक उक्त वाहनों को पार्किंग की अनुमति नहीं हाेगी। इतना ही नहीं, पार्किंग में कर्मचारियों से बदसलूकी व विवाद करने पर भी वाहनों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा।पार्किंग स्थलों पर सुरक्षा को पुख्ता रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे से पूरे हिस्से पर नजर रखी जाएगी। साथ ही आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) द्वारा इसकी मॉनिटरिंग भी हाेगी। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग प्वाइंट जैसी सुविधाएं भी होंगीं।विद्युत भवन के सामने, बीएन कॉलेज अशोक राजपथ, डाकबंगला चौराहा में मारुति शोरूम के पास, पेसू और पीएचईडी कार्यालय के पास, पुल निर्माण निगम कार्यालय के पास, श्रीकृष्ण पुरी पार्क के पास, ईको पार्क के पास गेट-2 और 3 के सामने, सहदेव महतो मार्ग, माउंट कार्मेल स्कूल से लेकर पटना वीमेंस कॉलेज तक, मौर्या कांप्लेक्स, महाराजा कामेश्वर कांप्लेक्स के सामने, हड़ताली मोड़ से बोरिंग रोड चौराहा, महावीर मंदिर के सामने, ट्रक स्टैंड ट्रांसपोर्ट नगर 15, राजेंद्र नगर ओवरब्रिज से सेंट्रल स्कूल तक, मुन्ना चौक से कुम्हरार टोली तक, एसबीआई कंकड़बाग और टेंपू स्टैंड कंकड़बाग, पटना में तेजी से निजी वाहनों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में पार्किंग की परेशानी से शहर के लोग जूझ रहे हैं। स्मार्ट पार्किंग में सही तौर से चार्ज देने में लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी, बशर्ते किसी तरह से अवैध वसूली ना हो। नगर निगम को भी इस तरह की पार्किंग से राजस्व प्राप्त होगा। पटना के पूर्व ट्रैफिक डीएसपी पीके दास के मुताबिक स्मार्ट पार्किंग में लोगों काे मिलने वाली सुविधाओं से वाहन चोरी से भी मुक्ति मिलेगी।