विश्वविद्यालय को लौटने होंगे खर्च न कर सकने वाली राशि
राज्य के सभी 13 परंपरागत विश्वविद्यालयों को लौटने होंगे वो राशि जिसे न खर्च किया और न ही उसका हिसाब दिया, यह करीब 500 करोड़ रुपए होंगे। वित्त विभाग के द्वारा कड़े रुख अपनाने के बाद जब शिक्षा विभाग ने वेतन-पेंशन की राशि रोक दी तो विश्वविद्यालयों ने अनुपयोगी राशि का हिसाब भेजा।
वित्त विभाग की अनुमति से अब शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय को इस अनुपयोगी राशि को शिक्षा विभाग को लौटने का अवसर दिया है। इसको लेकर सभी 13 विश्वविद्यालयों को उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से अलग से पत्र भेजा जा रहा है। यह अनुपयोगी 500 करोड़ रुपए जमा करने के लिए विश्वविद्यालयों के पास जनवरी माह के पहले हफ्ते तक का समय होगा।