रोहतास के कोचस प्रखंड में काले गेहूं की हुई खेती
काला चावल की खेती के बारे में तो हम सब जानते हैं, लेकिन अब काला गेहूं की भी खेती रोहतास जिले में धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है। आपको बता दें कि, कोचस प्रखंड के फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से जुड़े किसानों ने लगभग 20 बीघा में पहली बार काला गेहूं की खेती हुई है, जिसे लोकल बाजार में भी बेचा जा रहा है।
पहले काले गेहूं का नाम गिने-चुने किसान ही जानते थे, लेकिन इसकी गुणवत्ता और मुनाफे को जानकर कोचस प्रखंड के आधा दर्जन किसानों ने काले गेहूं की खेती शुरू की है। आपको बता दें कि, काले गेहूं का उत्पादन सामान्य गेहूं की तरह ही होता है। इस गेहूं से उत्पादन भी अधिक होता है। जानकारी के मुताबिक, 23 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से इसकी बिक्री भी की गई है।
काला गेहूं सेहत के लिहाज में सामान्य गेहूं से ज्यादा अच्छा होता है। इतना ही नहीं, यह किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है। बाजार में 23 से 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से इसकी बिक्री होती है, जो सामान्य गेहूं से बहुत ज्यादा है। यदि किसान इस गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर करें तो बेशक वह सामान्य गेहूं की तुलना में अधिक मुनाफा कमा सकते है। काला गेहूं खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही यह कई गंभीर बीमारियों में लाभदायक भी होता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।