Delhi: यमुना का पानी फिर खतरे के निशान के पार, अब नोएडा में भरा पानी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार गया है, जिससे डूब क्षेत्र के इलाकों के लिए फिर से खतरा खड़ा हो गया है. लोग अभी तक सरकारी राहत शिविरों से अपने घरों को लौट भी नहीं पाए थे,
Delhi : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार गया है, जिससे डूब क्षेत्र के इलाकों के लिए फिर से खतरा खड़ा हो गया है. लोग अभी तक सरकारी राहत शिविरों से अपने घरों को लौट भी नहीं पाए थे, कि यमुना में फिर आए उफान ने उनकी चिंता बढ़ा दी है. वहीं, यमुना समेत दूसरी नदियों का जलस्तर बढ़ने से अब दिल्ली के आसपास वाले इलाकों में भी जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. नतीजतन नोएडा बाढ़ की चपेट में आता हुआ नजर आ रहा है. आज यानी रविवार को हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से तट वाले इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोग संकट में आ गए.
दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ा हुआ है, आज सुबह 7 बजे पुराने लोहा पुल पर जलस्तर 205.81 मीटर दर्ज किया गया. लोहे का पुल के पास यमुना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. लग रहा कि जैसे यमुना का पानी पुल को टच करने वाला है. आपको बता दें कि 15 जुलाई के बाद से यमुना का जलस्तर 206 मीटर से नीचे है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से कुछ दिन से प्रति घंटे एक लाख क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था. लेकिन अब एक बार फिर इसमें इजाफा होने लगा है. एक जानकारी के अनुसार हथिनी कुंड से 13 जुलाई के बाद शनिवार यानी कल सुबह 9 बजे सर्वाधिक 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. यह पानी दोपहर होते-होते बढ़कर प्रति घंटे 2 लाख क्यूसेक को पार कर गया. यही वजह है कि यमुना का पानी एकबार फिर खतरे के निशान के पार चला गयाअपर पुलिस आयुक्त सुरेशराव कुलकर्णी ने बताया कि हिंडन नदी के किनारे के कुछ निचले इलाकों के बस्तियों में पानी घुस गया है और कुछ घरों को खाली कराया गया है अभी तक किसी बस्ती में खतरे के लेवल का पानी नहीं पहुंचा है. लेकिन एहतियात के तौर पर घर से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है. फिलहाल स्थिति सामान्य है और हम पानी के स्तर को देख रहे हैं और इस बारे में हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं.