गया में माता सती के साथ अर्धनारीश्वर के रूप में विराजमान है महादेव

गया में माता सती के साथ अर्धनारीश्वर के रूप में विराजमान है महादेव

गया में माता सती के साथ अर्धनारीश्वर के रूप में विराजमान है महादेव

सनातन धर्म में गया जिला देश के प्राचीन और प्रमुख नगरी के रूप में ख्याति प्राप्त है यहां एक से बढ़कर एक आस्था वाले चमत्कारिक मंदिर हैं जिनके दर्शन करने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं, अभी श्रावण मास का पावन महीना चल रहा है तो ऐसे में शिवालियों में शिव भक्तों की भीड़ बढ़ गयी है, गया में पिता महेश्वर और मार्कंडेय मंदिर के रूप में तीन पीढ़ियां के विराजमान होने का वर्णन व धार्मिक ग्रंथो में आता है यह तीनों मंदिर पुराणों में वर्णित है.

वही गया में तीन पत्तियों के महादेव त्रिकाल के रूप में भक्त पूजा अर्चना करते हैं आदिकाल से गया में तीन पीढियां के रूप में महादेव विराजमान है यह तीनों मंदिर काफी भावी और प्राचीन है, वही आदि पिता महेश्वर महादेव शीतला मंदिर मां शीतला मंदिर में विराजमान है, इसी प्रकार मार्कण्डेय महादेव मंगला गौरी के समय विराजमान है,

तीनों मंदिरों में शिवलिंग रूप में विराजमान भगवान भोलेनाथ भक्तों की मनोकामना को पूर्ण करते हैं यही वजह है कि श्रावण मास में यहां शिव भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है, इन तीनों शिवालियों में श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग के दर्शन के लिए लोगों में आस्था लगी रहती है.