देश भर में दिवाली को धूम धाम से मनाया गया , और वही इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और शांति एवं सुख-समृद्धि की कामना की...

देश भर में दिवाली को धूम धाम से मनाया गया ,  और वही इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और  शांति एवं सुख-समृद्धि की कामना की...

देश भर में दिवाली को धूम धाम से मनाया गया ,

और वही इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और

शांति एवं सुख-समृद्धि की कामना की...


देशभर में दीपावली की धूम ,हर तरफ देखा सजावट को लेकर उत्सव का माहोल देखने को मिल रहा  ,देश भर में दिवाली का त्यौहार सोमवार को मनाया गया दिवाली हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहर है। बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक ,दीपावली के अवसर पर धनदेवी लक्ष्मी, गणेश जी, कुबेर जी की विधि-विधान से पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है,इस दिन पटाखे फोड़ना की  भी परंपरा है 

दिवाली का त्योहार तब से मनाया जाता है, जब भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के वनवास के दौरान रावण को हराकर अयोध्या लौटे थे और इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के उत्सव के रूप में देखा जाता है. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और शांति एवं सुख-समृद्धि की कामना की.

उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई. इस बार प्रधानमंत्री कारगिल में जवानों के बीच पहुंचे. प्रधानमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत शांति का समर्थन करता है और इसने हमेशा युद्ध को पहला नहीं बल्कि अंतिम विकल्प माना है, लेकिन भारत के सशस्त्र बलों के पास देश पर बुरी नजर रखने वाले को उचित जवाब देने की ताकत और रणनीति है.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत युद्ध के खिलाफ है. हालांकि उन्होंने शांति सुनिश्चित करने के लिए ताकत की आवश्यकता को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत की बढ़ती ताकत दुनिया में शांति एवं समृद्धि की संभावना को बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है, जो एक ‘संतुलन कायम करने वाली ताकत’ है.


दीपावली के अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को मिठाइयां बांटकर शुभकामनाएं दीं और मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी. वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पटाखे चलाने पर लगी रोक का उल्लंघन करते हुए लोगों ने दिवाली की रात को कई इलाकों में आतिशबाज़ी की.

उर्वशी गुप्ता