राजधानी पटना आसपास के मार्केट में जमकर खरीदारी हुईं , 390 करोड़ के बिके गहने और सिक्के...?
राजधानी पटना आसपास के मार्केट में जमकर खरीदारी हुईं ,
390 करोड़ के बिके गहने और सिक्के...?
भारत का कोना-कोना जगमगाता दिखा. लोग ने अपने-अपने घरों और दुकानों में दीए जलाए. इसके लिए लोगों ने जमकर खरीदारी भी की. बिहार,दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत सभी राज्यों के बाजारों में भारी भीड़ देखी गई. धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी आसमान छू रहा . ज्वेलरी के शोरूम रात एक बजे तक खुले रहे. आभूषणों और सिक्कों की बिक्री 390 करोड़ रुपये का आंकड़ें को पार कर गयी. वहीं सोने के गहनों की खूब बिक्री हुई. आगामी विवाह मौके के लिए भी कुछ लोग धनतेरस के शुभ समय पर खरीददारी के लिए पहुंचे. रजवाड़ा कलेक्शन, ब्राइडल कलेक्शन और लाइटवेट गहनों की बुकिंग लोगों ने शुभ मुहूर्तों के लिए पहले से ही करा ली थी. पटना और आसपास इलाके में लगभग दो हजार से अधिक ज्वेलरी के छोटे-बड़े दुकान और शोरूम है.
धनतेरस पर पटना और आसपास के मार्केट में जमकर धनवर्षा हुई. न केवल ऑटो सेक्टर बल्कि ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान इलेक्ट्रिकल, बर्तनों समेत अन्य सेगमेंट के कारोबार में भी जबर्दस्त उछाल देखने को मिला. एक ही दिन में लोगों ने करोड़ों रुपये से अधिक की खरीदारी की.शनिवार को धनतेरस पर दोपहर के बाद से मार्केट गुलजार रहे. जगह- जगह बाजार में में ग्राहकों की भीड़ की वजह से जाम जैसे हालात देखने को मिले. इस साल मार्केट में ज्वेलरी सहित अन्य वस्तुओं की खरीददारी में पिछले साल की अपेक्षा 20-25 फीसदी का इजाफा हुआ है.
ऑटो सेक्टर में भी जबर्दस्त उछाल देखने को मिला. पटना और आसपास के इलाके में एक ही दिन में से अधिक कार 2250 और 6700 से ज्यादा बाइक की डिलीवरी हुई. बाजार से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार धनतेरस के मौके पर 302 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है. आज सुबह से ही लोगों में अपनी पसंद की कार की डिलीवरी लेने का क्रेज नजर आया. कार शोरूम के प्रबंधकों से मिली जानकारी के अनुसार आज किआ, महिंद्रा, टाटा, टोयटा, मारुति, होंडा, हुंडई, निसान के कार शोरूमों में 2250 से अधिक कारों की डिलीवरी दी गयी. छोटी कारों की बजाय इस बार कॉम्पेक्ट और बड़ी गाड़ियों की ज्यादा मांग रही.
दीपावली की रात महिलाएं, बच्चे समेत सभी में उत्साह देखने को मिली. भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा कर लोगों ने ग्रीन पटाखें भी फोड़े. हम बच्चों का उत्साह देख सकते हैं, कि किस तरह बच्चें अपने माता-पिता के साथ पटाखे जलाकर दीपावली की खुशियां मना रहे हैं.
उर्वशी गुप्ता