भगवान भोलेनाथ की भक्ति में झूमते गाते कांवरिया का जथा पहुंचा सुलतानगंज
भगवान भोलेनाथ की भक्ति में झूमते गाते कांवरिया का जथा पहुंचा सुलतानगंज
सुलतानगंज अजगैबीनाथ धाम से सावन माह में पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा से जल लेकर कावड़ियों का चलना प्रारंभ हो गया. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला मैं कांवरियों का जत्था मुंगेर जिला सीमा प्रारंभ कर असरगंज प्रखंड के कमरा कच्ची कावड़िया पहुंची, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गयी, यूं तो बाबा भोलेनाथ के आराध्य में कांवरिया कावर में जल भरकर ले जाते हैं, लेकिन यह एक अजूबा कावर देखने को मिला.
ऐसे ही एक ग्रुप कोलकाता बंगाल से 150 से 160 किलो का शेरावाली मां की प्रतिमा वाला कांवर लेकर देवघर जा रहा है, 150 से 160 किलो का कावड़ को उठाने के लिए एक बार में 4 लोग लगते हैं, वह भी 5 किलोमीटर पैदल यात्रा चल कर फिर दूसरे ग्रुप को दे देते हैं, ऐसे ही पैदल यात्रा करते हुए 105 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं, जहां देवघर जाने में 3 से 4 दिन लगे, वही कोलकाता के ओम ग्रुप के कावड़िया अतुल कुमार सिंह ने बताया कि हम लोगों को कोई भी त्यौहार में कपड़ा मिले या ना मिले लेकिन सावन में इस तरह के कावर जरूर ले जाते हैं।