गया में बन रही माता दुर्गा की अनोखी प्रतिमा, इसमें मिट्टी नहीं बल्कि सिर्फ लकड़ी और बुरादे का होता है उपयोग

गया में बन रही माता दुर्गा की अनोखी प्रतिमा, इसमें मिट्टी नहीं बल्कि सिर्फ लकड़ी और बुरादे का होता है उपयोग

गया में बन रही माता दुर्गा की अनोखी प्रतिमा, इसमें मिट्टी नहीं बल्कि सिर्फ लकड़ी और बुरादे का होता है उपयोग

बिहार के गया में इस बार मां दुर्गा की एक से बढ़कर एक प्रतिमा बनाई जा रही है. इसी क्रम में गया शहर में मां दुर्गा की एक ऐसी प्रतिमा भी बनी है, जो कि बिना मिट्टी के उपयोग के बनाई गई है. गया के नामचीन कलाकार विक्की बिंदु ने छोटे-छोटे लकड़ी के टुकड़े की मदद से प्रतिमा बनाई गई है. यह आकर्षण का केंद्र बनी है. मगध क्षेत्र में संभवत: लकड़ी, बुरादे, चैली से पहली बार इस तरह की अनोखी माता की प्रतिमा बनाई गई है.

वही गया शहर के बागेश्वरी में विक्की बिंदु के द्वारा एक से बढ़कर एक मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई गई है. इन प्रतिमाओं में एक प्रतिमा काफी अनोखी है, क्योंकि यह प्रतिमा सिर्फ वुडेन मटेरियल से बनाई जा रही है. इसे छोटे-छोटे लकड़ी, चैली बुरादा आदि की मदद से बनाया गया है. इसमें मिट्टी का कोई प्रयोग नहीं किया गया है. सिर्फ लकड़ी से मां दुर्गा की प्रतिमा बनाई जाने के कारण यह प्रतिमा अनोखी है और इसे देखने वालों की काफी भीङ लग रही है. मानपुर में इस प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा.

कल्पना में ख्याल आया तो बना दिया

वहीं, इस संबंध में विक्की बिंदु बताते हैं कि पहले वह बीएसआईडीसी में इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में थे और उसमें टेक्निकल ऑफीसर की नौकरी कर रहे थे. अच्छी पगार थी, लेकिन पिता के निधन के बाद उन्होंने अपने पिता के काम को ही संभालने का निर्णय लिया और आज अपने पिता के विरासत को संभाल रहे हैं. पिता बिंदु कलाकार के आशीर्वाद से वह बेहतर कर रहे हैं और मेरे द्वारा बनाए गए प्रतिमाओं की काफी प्रशंसा होती है. विक्की बिंदु ने बताया कि इस बार बनाई गई अनोखी प्रतिमा में लकड़ी से बनाई गई प्रतिमा खास है और भक्तों के आकर्षण का केंद्र है.