बिहार के सियासत में उलट फेर

लालू यादव और तेजस्वी मुख्यमंत्री के घर पहुंचकर सीएम नीतीश से मुलाकात की है.

बिहार के सियासत में उलट फेर

बिहार में सियासी  उलटफेर की बातों के बीच शुक्रवार सुबह एक बड़ा राजनीतिक घटना देखने को मिला. राजद सुप्रीमो लालू यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ,सीएम नीतीश से मिले। लालू पिता-पुत्र मुख्यमंत्री के घर पहुंचकर सीएम नीतीश से मुलाकात की है. इसके पहले 14 जनवरी को सीएम नीतीश ने लालू यादव के दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए थी. उन्होंने राबड़ी आवास जाकर वहां दही-चूड़ा खाया था. उसके बाद 17 जनवरी को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने सीएम नीतीश से मुलाकात की थी. इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पिछले कुछ दिनों में कई ऐसी बातें कही हैं जिससे नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने के संकेत मिले हैं. यहां तक कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी पिछले दिनों एक अख़बार में दिए इंटरव्यू में नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने के सवाल पर कहा था कि अगर किसी का प्रस्ताव आएगा तो सोच-विचार किया जाएगा. 

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राजनीतिक उलट-फेर के आसार के बीच शुक्रवार को ही बीजेपी अपने विधायकों के साथ इम्पोर्टेन्ट बैठक कर रही है. जानकारी अनुसार बीजेपी विधायक दल की बैठक साढ़े 11 से शुरू होगी। यह बैठक नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के आवास पर होगी। बिहार की सियासी पारा इन दिनों हाई है। ऐसे में बीजेपी भी लगातार बैठक कर रही है।आज की बैठक में दो एजेंडे पर बातचीत होगी। पहली युवा मतदाताओं के लिए सम्मेलन का आयोजन तो वहीं दूसरा 5 फरवरी से शुरू हो रही बजट सत्र को लेकर भी पार्टी रणनीति बना सकती है। वहीं सियासी जानकारों का कहना है कि बैठक में भविष्य की राजनीति को लेकर भी बीजेपी विधायक कुछ बातें कर सकते हैं. 
हालांकि लालू नीतीश की हो रही मुलाकात के पीछे कई कारण माने जाने रहे है. इसमें लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा करना भी शामिल है. पिछले दिनों ही लालू यादव ने कहा था कि सीट बंटवारे की कोई जल्दी नहीं है. उनके इस बयान पर जदयू ने आपत्ति जताई थी. जदयू नेताओं ने कहा था कि बिल्कुल जल्दी होना चाहिए. वहीं एक दूसरा मुद्दा राज्यसभा के अप्रैल में खाली हो रही 6 सीटों को लेकर चर्चा भी शामिल है. साथ ही नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर बहुत समय से मामला अटका हुआ है. इसे लेकर भी नेताओं के बीच बातें हो सकती हैं.