अगर आप बाइक या स्कूटी से चलते हैं तो ये ख़बर आपके लिए है, वरना हो सकता है नुकसान...
बाइक या स्कूटी से चलने वालों के लिए बहुत ज़रूरी ख़बर है। अगर आपके पास भी कोई मोटर बाइक या स्कूटी है तो जान लीजिए कि आपकी लापरवाही अब आपकी जेब ढ़ीली कर सकती है। राज्य के परिवहन विभाग ने सड़क हादसों में हो रही मौतों को कम करने के लिए अभियान छेड़ दिया है। इसमें दो पहिया वाहन पर बैठने वाली दोनों सवारी को हेलमेट पहनाना अनिवार्य करने की बात भी है। दरअसल, दो पहिया वाहन पर दो ही लोगों को बैठने की अनुमति होती है और दोनों को हेलमेट पहने रहना अनिवार्य है, लेकिन छोटे शहरों में अक्सर पुलिस भी इस पर ध्यान नहीं देती है। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा।
आपको बता दें परिवहन विभाग ने इस साल मार्च तक दोपहिया वाहन चालकों को शत प्रतिशत हेलमेट पहनाने का लक्ष्य तय किया है। हेलमेट नहीं पहनने वालों के खिलाफ समय-समय पर अभियान भी चलाया जा रहा है। पिछले एक वर्ष में दोपहिया वाहन चालकों से जुर्माना मद में 19 करोड़ 71 लाख की वसूली हुई है। इसमें परिवहन पदाधिकारियों ने 31 लाख 38 हजार तो पुलिस ने 19 करोड़ 40 लाख की वसूली की है।
ग़ौरतलब है कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर समेत बिहार के बड़े शहरों में हेलमेट पहनने वालों की संख्या घटी है, जबकि दूसरी तरफ बक्सर और गोपालगंज जैसे छोटे शहरों में इनकी संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। परिवहन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के आधे से अधिक जिलों में हेलमेट पहनने वाले दोपहिया वाहन जैसे मोटरसाइकिल, स्कूटर, स्कूटी चालकों की संख्या में कमी आ गई है। पटना में पहले 98 प्रतिशत लोग हेलमेट पहना करते थे, जो अब घटकर 87 प्रतिशत तक रह गया है। इसी तरह मुजफ्फरपुर में हेलमेट पहनने वालों की संख्या 68 प्रतिशत से घटकर 60.80 प्रतिशत और भागलपुर में यह आंकड़ा 83.25 प्रतिशत से घटकर 51.90 प्रतिशत तक आ गया है।