मानसून से पहले बिहार में लू का कहर जारी , तापमान 40 के पार

मानसून से पहले बिहार में लू का कहर जारी , तापमान 40 के पार

मानसून से पहले बिहार में लू का कहर जारी , तापमान 40 के पार


मानसून से पहले एक बार फिर से लोग लू की चपेट में आ गये हैं. पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी ने लोगों की हालत खराब कर दी है. सुबह से ही तापमान में वृद्धि होने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं. करीब 20 दिनों के बाद रविवार को तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 12 जून से मौसम में परिवर्तन और बारिश की संभावना है, जिससे लोगों को राहत मिल सकती है. रविवार को पटना सहित 10 जिले भीषण गर्मी और दो जिले लू की चपेट में रहे. पटना, शेखपुरा, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, बांका, नवादा, नालंदा, अरवल और मुंगेर भीषण गर्मी से प्रभावित रहे, जबकि जमुई और गया में लू का असर था. प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस बक्सर में दर्ज किया गया.

आपको बता दें कि आज भी गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा. आसमान साफ रहने के कारण सूरज की तपन ने पिछले तीन दिनों से लोगों को बेहाल कर दिया है. पटना में भीषण गर्मी के कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है. लोग गर्मी से बचने के लिए दिन में घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं. शाम को भी गर्म हवाएं चलती रहती हैं. सोमवार को भी बिहार भीषण गर्मी की चपेट में रहेगा. मौसम विभाग ने पटना, बांका सहित दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य भागों के जिलों में भीषण गर्मी और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म पछुआ हवा चलने की संभावना के मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं वैशाली, सीवान, सासाराम, गोपालगंज और सहरसा के कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है.

पटना में तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. राजस्थान के मरुस्थल से आने वाली गर्म पछुआ हवाओं ने पटना और बिहार के अन्य जिलों में भीषण गर्मी ला दी है. इस सीजन में राजधानी में लगातार गर्मी के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सर्वाधिक तापमान है. इससे पहले 8 जून को पटना का अधिकतम तापमान 43 डिग्री और 28 मई को 42.8 डिग्री था. रविवार को पटना के तापमान में 0.5 डिग्री की वृद्धि हुई.वहीं मुजफ्फरपुर में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.7 डिग्री अधिक था. न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री दर्ज किया गया. दिन की शुरुआत से ही सूर्य की तपन से धरती तपने लगती है, जिससे दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है. बाजारों में भी लोग पसीने से तर-बतर हो जाते हैं. भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग विभिन्न उपाय अपना रहे हैं.इसके अलावा आपको बता दें कि लू के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में दस बेड लू के मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं. पीएचसी में पांच बेड आरक्षित हैं. सीएस ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि गर्मी बढ़ने के साथ-साथ अस्पतालों में बुखार, उल्टी और दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जिससे लू से बचाव के लिए तैयार रहें. एंबुलेंस की व्यवस्था, ठंडी और हवादार जगहों में शय्या, कूलर और एसी का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। ओआरएस, आईवी फ्लूड और जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. ओपीडी में आने वाले मरीजों को ओआरएस के पैकेट भी दिए जा रहे हैं.