बिहार के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में 13,817 कर्मियों की होगी बहाली, लिखित परीक्षा से मिलेगी नौकरी
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी तरीके से कार्यान्वयन में जुटी राज्य सरकार अगले सत्र से पहले उच्च शिक्षण संस्थानों में तृतीय श्रेणी के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के तमाम खाली पदों पर बहाली करने की तैयारी में जुटी है। प्रदेश के सभी 262 अंगीभूत महाविद्यालयों व 13 विश्वविद्यालयों में कर्मियों के कुल सृजित पदों की संख्या तकरीबन 33 हजार हैं। विश्वविद्यालयों से मिली जानकारी के मुताबिक सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में 13,817 कर्मियों के पद खाली हैं। इतनी तादाद में पदों के खाली रहने से शैक्षणिक व्यवस्था पर असर पड़ रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने खाली पदों पर किसी आयोग के माध्यम से लिखित परीक्षा के आधार पर बहाली करने का फैसला लिया है। वर्ष 2000 के बाद अनुकंपा बहाली को छोड़ दें तो तृतीय श्रेणी के कर्मियों की नियुक्ति नहीं हुई है। पटना विश्वविद्यालय एवं नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति रहे डा.रासबिहारी प्रसाद सिंह ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय में तृतीय श्रेणी के कर्मियों के 834 से ज्यादा पद खाली हैं। इसी तरह मगध विवि में 1788, पाटलिपुत्र विवि में 863, वीर कुंवर सिंह विवि में 1191, जय प्रकाश विवि में 952, बीआरए बिहार विवि में 1543, तिलका मांझी भागलपुर विवि में 1084, बीएन मंडल में 1216, एलएन मिश्र मिथिला विवि में 1336, कामेश्वर सिंह संस्कृत दरभंगा विवि में 1210, पूर्णिया विवि में 887 और मुंगेर विवि में 913 पद खाली हैं।