अब राजधानी पटना के सड़कों पर चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
पेट्रोल, डीजल और सीएनजी चालित वाहनों कि जगह सूबे में अब इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी| बारह इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन को हरी झंडी दिखाते हुए सूबे के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में इस तरह कि 25 बसें आनी हैं| जिसमें बारह बसें आ चुकी हैं.| ऐसा लगता है कि पेट्रोल, डीजल और सीएनजी कि लगातार बढती हुई कीमतों से निजात पाने कि पहल राज्य सरकार ने शुरू कर दी हैं|
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरन संरक्षण में इलेक्ट्रिक बसें मददगार साबित होंगी. इन बसों में हर प्रकार कि सुविधायें उपलब्ध हैं| इन बसों में सबकुछ स्वनियंत्रित हैं| इन विधुत बसों का संचालन जब सुचारू रूप से हो जाएगा तो इनकी संख्या और बढाई जाएगी|
इन बसों को राजगीर, मुज्ज़फरपुर और पटना नगर सेवा के अधीन चलाया जाएगा|पूर्णतः प्रदुषण मुक्त, वातानुकूलित, मोबाइल पास और प्रीपेड ट्रेवल कार्ड के साथ ही इन बसों में सीसीटीवी कैमरे कि सुविधा उपलब्ध हैं| जीपीएस युक्त इन बसों कि ट्रेकिंग कि भी व्यवस्था हैं|
बसों के फिटनेस के लिए पटना जिले के बिहटा के सिकंदरपुर में सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्रालय द्वारा इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेण्टर का निर्माण कराया जा रहा हैं| जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा 3 एकड़ ज़मीन कि व्यवस्था कराइ गई हैं| यह योजना 19.65 करोड़ रूपये की हैं| जिसमे ३.15 करोड़ रूपये राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए स्वीकृत किए हैं|
ज़मीन कि खरीददारी के लिए राज्य सरकार को 6 करोड़ रूपये खर्च करने पड़े हैं| सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षित ड्राइवरों द्वारा ही गाड़ियाँ चलाई जाएंगी| बेहतर प्रशिक्षण नहीं होने के कारण दुर्घटना ज्यादा होती हैं|