अगर शेयर करते हैं नेल कटर, तो हो जाए सावधान !
अगर शेयर करते हैं नेल कटर, तो हो जाए सावधान !
इंफेक्शन सिर्फ खांसने, छींकने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता. कई बार पर्सनल यूज से जुड़ी चीज़ों का इस्तेमाल करने से भी फैल सकता है, इसलिए अधिकतर डॉक्टर्स फिट और हेल्दी रहने के लिए हाइजीन मेंटेन रखने और पर्सनल केयर की चीज़ें इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देते हैं. बावजूद इसके हम कॉस्मेटिक और नेल केयर से जुड़ी चीज़ें शेयर करने से परहेज़ नहीं करते, जिसकी वजह से स्किन या नाखून के इन्फेक्टेड होने का खतरा बढ़ जाता है.
अगर आप नाखून बढ़ाने के शौकीन हैं, तब भी या फिर आप नाखून नहीं बढ़ाते हैं तब भी उसकी सफाई का ध्यान ज़रूर रखें. कई लोगों के नेल्स में गंदगी जमी होती है, जिसमें कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं. नाखून को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए नेल कटर का इस्तेमाल अगर आपने भी कर लिया, तो इंफेक्शन से जूझना पड़ सकता है. आज हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं, नाखून का ख्याल रखने से जुड़े कुछ टिप्स.
नेल कटर का इस्तेमाल अमूमन बड़े नाखूनों को काटने के लिए होता है. ऐसे में नाखून के नीचे धूल, मिट्टी और प्रदूषण के कारण बैक्टीरिया, कीटाणु, जीवाणु और वायरस जम जाते हैं, जो कि न सिर्फ खाने के रास्ते आपके शरीर में जाते हैं, बल्कि नेल कटर शेयर करने से ये इंफेक्शन दूसरे लोगों में भी फैल जाते है.
नाखून काटने के लिए हमेशा स्टेनलेस-स्टील नेल क्लिपर का ही इस्तेमाल करें. ये नेल क्लिपर नाखून के नीचे जमें बैक्टीरिया भी नाखून के साथ निकाल बाहर करते हैं. नाखूनों को काटने के बाद हाथों को और नाखून के नीचे की स्किन को साबुन से अच्छी तरह धोना न भूलें.
अधिक मात्रा में नेल रिमूवर, हैंड सैनिटाइजर या केमिकल युक्त साबुन का उपयोग करने के कारण हाथों के साथ-साथ नाखूनों का मॉश्चराइजर भी खत्म होने लगता है. ऐसे में हाथों को धोने के बाद मॉश्चराइजर लगाना न भूलें, जिससे नाखूनों में नमी बनी रहेगी और आपके नेल्स हेल्दी रहेंगे.
एक्सपर्ट की मानें, तो नाखून चबाना नर्वसनेस का प्रतीक होता है. हालांकि, ये आदत सेहत के लिहाज से भी नुकसानदायक है. नाखून चबाने से नाखून में जमें सारे किटाणु मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, जो गंभीर बिमारी का भी कारण बन सकते हैं.