जदयू के विधान परिषद सदस्य संजय सिंह ने कहा, 'ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू मुंह न खुलवाएं'
भाजपा के दो विधायकों के झगड़े में मंगलवार को जदयू के विधान परिषद सदस्य संजय सिंह की भी एंट्री हो गई। उन्होंने आते ही धमाका किया-भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू मुंह न खुलवाएं, मुंह खोल देंगे तो मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाएंगे। संजय की नाराजगी ज्ञानू के बयान के उस हिस्से पर है, जिसमें उन्होंने कहा है-एमएलसी यानी विधान परिषद के सदस्यों की कोई वैल्यू नहीं है। मालूम हो कि संजय सिंह जदयू के प्रवक्ता भी हैं। वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोधियों पर हमला करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन, इस बार उनके निशाने पर भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू हैं। ज्ञानू खुद नीतीश के करीबियों में रहे हैं।
भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू कुछ दिन पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को दिशाविहीन बताकर विवादों में फंस गए हैं। उन्होंने भाजपा के मंत्रियों के बारे में कहा-इनमें से ज्यादा भ्रष्ट और रिश्वतखोर हैं। पार्टी नेतृत्व ने ज्ञानू की टिप्पणी का अबतक संज्ञान नहीं लिया है। लेकिन, पार्टी के विधान परिषद सदस्य नवल किशोर यादव नाराज हुए। उन्होंने ज्ञानू पर तीखी टिप्पणी की। कहा कि मंत्री न बनने के कारण ज्ञानू के पेट में पीड़ा हो रही है। पीड़ा जब कभी तेज होती है, वह उल्टा-पुल्टा बोलने लगते हैं। यादव ने आरोप लगाया कि ज्ञानू आइएएस, आइपीएस अफसरों की लाइजनिंग करते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से यह कहा गया कि लाइजनिंग का कारोबार ज्ञानू की कमाई का जरिया है। उन्होंने कटाक्ष किया- ज्ञानू को रिश्वतखोरों के बारे में जरूर पता होना चाहिए।
असल में ज्ञानू ने नवल किशोर यादव के संदर्भ में कहा था कि विधान परिषद के सदस्यों की कोई वैल्यू नहीं है। जदयू के विधान परिषद सदस्य ने उनकी टिप्पणी का बुरा माना। संजय ने ज्ञानू को याद दिलाया कि किस तरह बाढ़ विधानसभा के चुनाव में उन्होंने विधान परिषद सदस्यों की मदद ली थी। संजय ने धमकी दी कि वे मुंह खोलेंगे तो ज्ञानू का मुंह दिखाना मुहाल हो जाएगा। हम बता देंगे कि ज्ञानू किसकी दी हुई गाड़ी की सवारी करते हैं। किन लोगों से उपहार के तौर पर क्या-क्या लिया है।