दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पांच आरोपियों पर लगाया NSA, प्रतिबंधित संगठन PFI कनेक्शन की भी होगी जांच
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पांच आरोपियों पर लगाया NSA, प्रतिबंधित संगठन PFI कनेक्शन की भी होगी जांच
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद गिरफ्तार हुए 5 आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है, इनमें अंसार, सलीम, सोनू, दिलशाद, हनीफ शामिल हैं, साथ ही खबर है की दंगे को प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के एंगल से जुड़कर भी जांच की जाएगी, मिली जानकारी के अनुसार हिंसा के दौरान वीडियो में जो हथियार के साथ दिखाई दे रहे थे, उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, शाह ने कहा कि मामले में ऐसी कार्रवाई की जाए, ताकि फिर से इस तरह की घटना न हो और लोगों के लिए एक मिसाल बने, गृह मंत्री ने पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को फोन कर कहा कि मामले में जो भी जरूरी कदम हों, वो उठाए जाएं।बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ही 5 लोगों को अरेस्ट किया है, ये सभी एक ही परिवार के हैं, इससे पहले गिरफ्तार किए गए आरोपी सोनू चिकना उर्फ इमाम उर्फ यूनुस ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, सोनू ने बताया कि हनुमान जयंती के दिन मैंने कुशल चौक के पास फायरिंग की थी, पुलिस ने सोनू के पास से एक पिस्टल भी बरामद की है।
क्या है नेशनल सिक्योरिटी एक्ट?
नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून या फिर रासुका, एक ऐसा कानून है जिसके तहत किसी खास खतरे के चलते व्यक्ति को हिरासत में लिया जा सकता है। अगर स्थानीय प्रशासन को किसी शख्स से देश की सुरक्षा और सद्भाव का संकट महसूस होता है तो ऐसा होने से पहले ही वह उस शख्स को पकड़ सकती है। यह कानून प्रशासन को किसी व्यक्ति को महीनों तक हिरासत में रखने का अधिकार देता है।