ये पांच लक्षण बताएगी कि आप डायबिटीज़ के शिकार हैं या नहीं...
डायबिटीज यानि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर भी कहते हैं। साइलेंट किलर का मतलब ये है कि यह बीमारी धीरे-धीरे इंसान को खोखला बनाती जाती है। इस बीमारी का असर शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे- हार्ट, लीवर, आंखों और किडनी पर देखने को मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जीवनशैली और खान-पान की खराबी भी डायबिटीज़ की कई वजहों में से एक है। यह बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि अब इसने बच्चों को भी अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है।
ग़ौरतलब है कि इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन के मुताबिक पूरी दुनिया में डायबिटीज़ के मरीज़ों की संख्या 42 करोड़ से भी ज्यादा है। माना जा रहा है कि 2045 तक इन मरीज़ों की संख्या 62 करोड़ तक पहुंच जाएगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस बीमारी के बॉडी में पनपने से पहले बॉडी में इसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। इन लक्षणों को अगर पहचान लिया जाए तो इस साइलेंट किलर डायबिटीज़ की बीमारी से बचा जा सकता है। आपको बताते हैं कि डायबिटीज़ की बीमारी के कौन-कौन से लक्षण शरीर में दिखते हैं।
सबसे पहले डायबिटीज़ के मरीज़ों को ज़्यादा भूख लगती है और थकान भी ज्यादा महसूस होती है। हम जो भी खाते हैं हमारी बॉडी उसे ग्लूकोज में परिवर्तित करती है, जिसे हमारी कोशिकाएं एनर्जी के लिए उपयोग करती हैं। कोशिकाओं को ग्लूकोज लेने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। यदि हमारा शरीरी पर्याप्त या इंसुलिन नहीं बनाता है, तो ग्लूकोज उनमें नहीं जाता और बॉडी को एनर्जी नहीं मिलती। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा भूख और थकान महसूस होती है।
दूसरा लक्षण यह है कि डायबिटीज के मरीजों को पेशाब ज़्यादा आता है और प्यास भी ज़्यादा लगती है। आमतौर पर नॉर्मल इंसान को दिन में 4-5 बार पेशाब आता है, लेकिन ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने से मरीज़ को दिन में 8-10 बार पेशाब आता है। क्योंकि मरीज ज़्यादा पेशाब करता है इसलिए उसे प्यास भी ज़्यादा लगती है।
तीसरा लक्षण है मुंह का बार बार सूखना। ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने से मरीज़ को ज़्यादा प्यास लगती है, जिस वजह से उसका मुंह बार-बार सूखता है। इस बीमारी में खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, जिसको किडनी आसानी से छान नहीं पाता है। यह शुगर यूरीन के ज़रिए बॉडी से बाहर निकलने लगती है, जिसकी वजह से बॉडी में पानी की कमी होने लगती है और मरीज़ को बार-बार प्यास लगती है।
चौथा लक्षण है स्किन पर खुजली होना। ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने से स्किन पर खुजली होने लगती है। अगर आपकी गर्दन, बगल, कमर या शरीर के अन्य किसी अंग के पास गहरे दाग़ या धब्बे दिखें तो ये खून में बहुत ज़्यादा इंसूलिन होने के संकेत हैं।
पांचवां लक्षण है धुंधला दिखाई देना। जिन लोगों के ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है, उन्हें आंखों से धुंधला दिखाई देता है, जिसकी वजह से यह रेटिना में मौजूद प्रकाश संवेदी उत्तकों तक पहुंचने वाली खून की नलिकाओं को क्षतिग्रस्त कर देता है और मरीज को धुंधला दिखाई देता है।
छठा लक्षण है घाव का जल्दी नहीं भरना। ब्लड में शुगर का स्तर अधिक होने पर मरीज़ के घाव लम्बे समय तक ठीक नहीं होते। अगर कोई भी घाव जल्दी नहीं भरे तो फौरन अपनी शुगर टेस्ट करवाएं।