क्या स्टूडेंट्स भी बनवा सकते हैं ई-श्रम कार्ड, जानिए क्या है सरकार की गाइडलाइंस
सरकार के ई-श्रम पोर्टल पर 24 करोड़ से ज्यादा असंगठित श्रमिकों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इसकी शुरुआत बीते साल 26 अगस्त 2021 को की गई थी। जिसके ज़रिए मज़दूर, रेहडी वाले, सब्जी वाले, घर में काम करने वाले नौकर और कंस्ट्रक्शन वर्कर्स समेत कई दूसरे मज़दूर जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं उनका डोटाबेस बनाना था।
वहीं इस योजना में सरकार की योजना है कि, देशभर के करीब 38 करोड़ श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन कराया जाए, ताकि उन तक सरकारी योजनाओं की पहुंच आसान बनाई जा सके। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ कुछ और राज्य सरकारों ने ई-श्रम कार्डधारी श्रमिकों के अकाउंट में नगद राशि भेजी है।
कुछ लोगों के मन में सवाल है कि क्या स्टूडेंट्स ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं। और अगर बनवा सकते हैं, तो इसकी गाइडलाइन्स क्या है?
सरकार की गाइडलाइंस- श्रम और रोजगार मंत्रालय की ई-श्रम कार्ड बनवाने की गाइडलाइन्स के अनुसार असंगठित क्षेत्रों में काम कर रहे मजदूर, कृषि श्रमिक और भूमिहीन कृषि श्रमिकों ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं। असंगठित क्षेत्र के लोग जिनकी उम्र 16 साल से लेकर 59 साल के बीच है, ऐसे ही लोग यह कार्ड बनवा सकते हैं। ऐसे लोग जो ईपीएफओ या ईएसआईसी के सदस्य हैं, उन्हें इसका फायदा नहीं मिल सकता।
सुविधाएं- ई-श्रम योजना के तहत श्रमिकों को 2 लाख तक का दुर्घटना बीमा भी दिया जाता है। सरकार ई-श्रम कार्ड स्कीम के ज़रिये लाभार्थियों को आगे चलकर पेंशन का लाभ देने की भी तैयारी में है। ई-श्रम कार्ड के ज़रिये लोगों को इलाज में भी आर्थिक सहायता दी जाएगी। गर्भवती महिलाओं को बच्चों के भरण-पोषण के लिए राशि दी जाएगी। मकान बनवाने के लिए सरकार की तरफ से धनराशि दी जाएगी। बच्चे की पढ़ाई के लिए भी सरकार आर्थिक मदद देगी। इस स्कीम के ज़रिये केंद्र और राज्य सरकार की स्कीम का लाभ सीधा खाते में पहुंचाया जाएगा।
जिन स्टूडेंट्स की उम्र 16 साल से कम है, वह कार्ड नहीं बनवा सकते। बाकी ऐसे स्टूडेंट्स जो 16 साल से ज्यादा उम्र के हैं वह ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं।