'वह देव मानव नहीं है, वह तो बहुरूपिया है' आश्रम, एक क्राइम-फिक्शन ड्रामा सीरीज़

'वह देव मानव नहीं है, वह तो बहुरूपिया है' आश्रम, एक क्राइम-फिक्शन ड्रामा सीरीज़

 फर्जी महात्माओं और बाबाओं की काली दुनिया से खुद को और अपने परिवार को बचाने के लिए सच्ची घटनाओं पर आधारित क्राइम फिक्शन सीरीज आश्रम का आनंद अब दर्शक The Q चैनल पर उठा सकते हैं। निर्देशक प्रकाश झा द्वारा निर्देशित सीरीज आश्रम का प्रसारण 11 अक्तूबर से सोमवार से शुक्रवार रात 8.30 बजे The Q चैनल पर देखा जा सकता है। The Q हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट चैनल है, इसी पर सीरीज आश्रम देखने को मिलेगी। आश्रम सीरीज ऐसे बाबाओं पर आधारित है जो धोखाधड़ी से लेकर यौन शोषण तक न जाने कितने बुरे कामों में संलिप्त होते हैं। आश्रम के जरिए लोगों को यह मैसेज देने की कोशिश की गई है कि हर आश्रम में देवत्व का वास नहीं होता और न ही हर बाबा सुख-शांति का उपाय प्रदान कर सकता है। आश्रम समाज के काले सच को उजागर करने वाली कुछ साहसिक सीरीज में से एक है। बाबाओं और महात्माओं के वेष में कुछ लोग अपने अनुयायियों को गुमराह करते हैं, धोखा देते हैं और उनका शोषण तक किया जाता है, जब उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाता है और सिस्टम के खिलाफ उनकी भक्ति का दुरुपयोग किया जाता है तो उनमें आस्था रखने वालों की आंखें खुलती हैं। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होती है। मजबूत सबूतों के बावजूद भी ऐसे गुरु या बाबा अपनी बेगुनाही बनाए रखते हैं और उल्टा अपने ही अनुयायियों पर साजिश का आरोप लगाते हैं। इस सभी सच का सटीक चित्रण करती है यह आश्रम सीरीज। आश्रम में रहस्य, रोमांच और इमोशन आपको सबकुछ देखने को मिलेगा। इस सीरीज के हर किरदार ने अपना रोल इतनी बाखूबी से निभाया है कि दर्शक अलग-अलग पात्रों को वास्तविक जीवन के चरित्रों से जोड़कर देखने लगते हैं।आश्रम सीरीज एक चालबाज व्यक्ति की कहानी है जो देश का टॉप बाबा - बाबा निराला काशीपुरवाला बन जाता है। समाज के हत्तोत्साहित और निराश लोगों पर वो अपना प्रभाव डाल कर अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है और लोगों के दिलों में खास जगह बना लेता है। लोग इस कदर बाबा को मानने लगते हैं कि वे उसके लिए कहीं भी कभी भी साथ आने को तैयार रहते हैं। यहां तक कि लोग बाबा को अपना मसीहा मानने लगते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, बाबा की परतें खुलती जाती हैं। कुछ महिलाएं गुम होती हैं और आश्रम से एक कंकाल भी बरामद होता है। इसके बाद घटनाओं की कड़ियां जुड़ती जाती हैं और नए रहस्य सामने आते हैं। जांच में सारी गुम हुई कड़ियां बाबा निराला काशीपुरवाला से जाकर जुड़ती हैं। क्या बाबा निराला वाकई में लोगों का मसीहा है या फिर बाबा के चोले में छिपा एक चालबाज ठग है? सीरीज का हर एपिसोड एक नए रहस्य से पर्दा उठाता है। पूरी सीरीज बाबा निराला के इर्द-गिर्द घूमती है। सीरीज में जो सबसे दिलचस्प देखने वाली बात होगी वह यह कि क्या पुलिस बाबा के खिलाफ सबूत जुटा पाएगी और जांच किस हद तक और कहां पहुंचेगी।इस वेब सीरीज की कहानी पम्मी पहलवान (अदिति पोहनकर) से शुरू होती है, जो बाबा के दरबार में महाप्रसाद और आशीर्वाद लेने आई है और उसके बाद कहानी आपको फ्लैशबैक में ले जाएगी। बॉबी देओल मुख्य भूमिका में एकदम नए अवतार में नजर आए हैं। इस भूमिका में बॉबी ने बाबा निराला के किरदार के उजले-काले पक्ष को बखूबी उजागर किया है। उनके अलावा त्रिधा चौधरी, अदिति सुधीर पोहनकर, चंदन रॉय सान्याल, दर्शन कुमार और अनुप्रिया गोयनका जैसे मंझे हुए कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में हैं। कथानक काफी चुस्त है और कहानी में आने वाले उतार-चढ़ाव आपके लिए सीरीज देखना बोझिल नहीं होने देंगे और आप पूरे समय खुद को घटनाओं के साथ जुड़ा महसूस करेंगे