आज भी स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा, शिविरों में फंसे हजारों तीर्थयात्री

आज भी स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा, शिविरों में फंसे हजारों तीर्थयात्री

आज भी स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा, शिविरों में फंसे हजारों तीर्थयात्री


अमरनाथ यात्रा को आज फिर स्थगित कर दिया गया. दरअसल, खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा में भारी परेशानी आ रही है. जिसके चलते शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा को अस्थाई रूप से रोकना पड़ा था. उसके बाद शनिवार को भी कई रूट्स पर अमरनाथ यात्रा रुकी रही. यात्रा के स्थगित होने से रामबन में करीब 6 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. यही नहीं भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से जम्मू-कश्मीर नेशनल हाइवे बंद हो गया है. जिससे उधमपुर में वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं.

रामबन के उपायुक्त मुसरत इस्लाम के मुताबिक, यात्री निवास में तीर्थयात्रियों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया है. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. इसी के साथ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने तीर्थयात्रियों को इस बात को लेकर आश्वस्त किया कि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे घबराएं ना. इसके साथ ही उन्होंने तीर्थ यात्रियों को अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है. केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि, "मैंने व्यक्तिगत रूप से उत्तरी कमान के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (उपेंद्र) द्विवेदी और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ डॉ. मंदीप भंडारी से बात की है. दोनों वरिष्ठ अधिकारी स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं." बता दें कि जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में गुरुवार रात से लगातार भारी बारिश हो रही है. वहीं महागुन टॉप और अमरनाथ गुफा मंदिर के आसपास के इलाकों के अलावा कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. जिसके चलते अमरनाथ यात्रा को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है. वही एक अधिकारी के मुताबिक, खराब मौसम के कारण अमरनाथ यात्रा को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से दूसरे दिन भी निलंबित किया गया है. वहीं एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी में खराब मौसम के चलते आज सुबह भगवती नगर आधार शिविर से यात्रियों के किसी भी नए जत्थे को अनुमति नहीं दी गई. उधर जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार का कहना है कि जम्मू क्षेत्र में लगभग 15,000 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, जिसके चलते उन्होंने 5 जिलों के उपायुक्तों को आवासों की क्षमता बढ़ाने और आपातकालीन संचालन केंद्रों को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं.