आरसीपी ने तोड़ी चुप्पी, राज्य सभा जाने पर खत्म किया सस्पेंस, सीएम नीतीश और ललन सिंह के रिश्तों पर भी बहुत कुछ बोल दिया

आरसीपी ने तोड़ी चुप्पी, राज्य सभा जाने पर खत्म किया सस्पेंस, सीएम नीतीश और ललन सिंह के रिश्तों पर भी बहुत कुछ बोल दिया

आरसीपी ने तोड़ी चुप्पी, राज्य सभा जाने पर खत्म किया सस्पेंस, सीएम नीतीश और ललन सिंह के रिश्तों पर भी बहुत कुछ बोल दिया

केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को जदयू फिर से राज्यसभा भेजेगी या नहीं इस पर चल रहे सस्पेंस से पर्दा उठ गया है, आरसीपी सिंह ने बुधवार को तमाम मुद्दों पर मीडिया से बात करते हुए सभी प्रकार के अटकलों पर विराम लगाया, उनसे पुछा गया कि नीतीश कुमार उन्हें पार्टी से दोबारा राज्यसभा उम्मीदवार बनाने को लेकर अनिच्छुक हैं. इस पर आरसीपी ने कहा कि हमारे और नीतीश बाबू में कोई दूरी नहीं है. राज्यसभा का नामांकन 24 से 31 तक है. नामांकन को लेकर लोग बिना आग के ही धुआं निकालते रहते हैं.

भाजपा से आरसीपी की बढती नजदीकियों पर भी चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा कि मैं नीतीश बाबु के साथ वर्ष 1998 से साथ हूँ. उस समय वे केंद्र में मंत्री थे तब केंद्र में किसकी सरकार थी. फिर बिहार में हम उनके साथ रहे तब किसकी सरकार रही. तो आज से हम लोग भाजपा से साथ हैं. बीजेपी से कोई आज की नजदीकी है.

उन्होंने सीएम नीतीश और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से दूरी होने के सवाल को भी सिरे से ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि हमलोग एकजुट हैं. वहीं नीतीश कुमार से खटास के सवाल पर ‘आप पत्रकारों सहित सभी के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं.’ वहीं आरसीपी के ट्विटर पर जदयू का जिक्र नहीं होने पर कहा कि यह आज से नहीं है. पिछले कई महीनों से ऐसा ही है. अपने मंत्री बनने के मुद्दे पर भी तल्ख टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि 'नीतीश कुमार की सहमति से बना था मंत्री, किसी सांसद में हिम्मत थी तो क्यों नहीं बन गए?'