चाय पीने और प्रेस कांफ्रेंस करने से विपक्षी एकता होनी होती तो 20 साल पहले हो जाती : प्रशांत किशोर
चाय पीने और प्रेस कांफ्रेंस करने से विपक्षी एकता होनी होती तो 20 साल पहले हो जाती : प्रशांत किशोर
जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने कहा कि आज नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं? इस पर ज्यादा बोलने का कोई मतलब नहीं है। आज से पांच साल पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे चंद्रबाबू नायडू भी इसी भूमिका में थे जिस भूमिका में आज नीतीश कुमार आने का प्रयास कर रहे हैं। नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे, जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायकों के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं। चंद्रबाबू नायडू उस दौर में पूरे देश का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे।
इसका नतीजा ये हुआ कि आंध्र प्रदेश में उनके सांसद घटकर 3 हो गए, सिर्फ 23 विधायक जीते और वह प्रदेश की सत्ता से ही बाहर हो गए। नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। नीतीश कुमार का खुद का ठिकाना नहीं है, आज राजद पार्टी के बिहार में जीरो एमपी हैं और वो देश का प्रधानमंत्री तय कर रही है.