जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुनी फरियादियो के शिकायत
जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुनी फरियादियो के शिकायत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में हाजिर होकर फरियादियों की शिकायत सुन रहे. किशनगंज से आई एक दलित महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि हमें न्याय दीजिए. 2010 में हमें विकास मित्र के तौर पर रखा गया . अब हटा दिया गया है. शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने एससी-एसटी कल्याण विभाग के सचिव को फोन लगाया. नीतीश कुमार ने अधिकारी से कहा कि ऐसा क्यों हो रहा...10 को रखिए और 20 को हटा दीजिए. 10 साल काम करने के बाद क्यों हटाया जा रहा, वो भी दलित महिला को. आप इस मामले को देखिए।
सहरसा से आये एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से कहा कि जमीन हमारी है और कब्जा कर रहे दबंग. फरियाद लेकर हर जगह गए कहीं से न्याय नहीं मिल रहा. दबंग पांच लाख रू रंगदारी मांगता है, थाना कोई कार्रवाई नहीं कर रहा. दबंग थाने को पैकेट में रखने का दावा करता है. हमें न्याय दीजिए।फरियादी की शिकायत को सुनकर मुख्यमंत्री ने अधिकारी को फोन लगाया और कहा कि इस मामले को देखिए. बजाप्ता ये नाम भी बता रहे हैं. तुरंत देखिए और एक्शन लीजिए,लगातार मिल रही शिकायतों से टेंशन में आये सीएम नीतीश ने बड़े हाकिमों को तलब किया. मुख्यमंत्री की नजर जैसे ही मुख्य सचिव आमिर सुबहानी पर पड़ी तो कहा...इधर आइए..इधऱ आइए। इसके बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत सीएम सचिवालय के तमाम बड़े अधिकारी नीतीश कुमार के सामने लाइन लगाकर खड़े हो गए. हालांकि बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने माइक बंद कर दिया. फिर सीएम नीतीश ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए।