राजगढ़ में बिटिया के जन्म पर परिवार ने मनाया शानदार जश्न, दुल्हन की तरह सजाया गांव
पूरे देश में हर दिन बेटी के जन्म पर ऐसी खबरों की तस्वीर सामने आती हैं जो मानवता को हिला कर रख देती है। कभी जन्म देने वाली बेटी को पीटा जाता है तो कभी बेटी को मौत के घाट उतार दिया जाता है। महिला को परिवार की जिल्लत झेलनी पड़ती है। बेटी के जन्म के बाद महिला को पीटा जाता है। ससुराल के लोग प्रताड़ित करते है। इन सब से अलग मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खुजनेर गांव में एक परिवार ने शानदार मिसाल पेश की है। बेटी के जन्म पर परिवार ने शानदार उत्सव मनाया है। जिसे देखकर लोग दंग रह गए।
परिवार ही इस गांव के लोग बेटी को लक्ष्मी का रूप मानते हैं। परिवार ने अस्पताल से अपने घर नन्ही बेटी को गृह प्रवेश करवाने के लिए घर को गुब्बारे और फूलों से दुल्हन की तरह सजाया और अस्पताल से ढोल-नगाड़े के साथ पत्नी और बेटी को गृह प्रवेश करवाया। इस दौरान परिवार के लोगों ने जमकर डांस किया है। इस परिवार ने लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि बेटियों के जन्म को अभिशाप नहीं मानें।
इसके कुछ पहले ही राजगढ़ जिले के एक गांव में एक बिटिया बीएसएफ में चयन के बाद ट्रेनिंग कर गांव लौटी थी। इसके बाद घोड़े पर बैठाकर उसका जुलूस निकाला गया था। पूरा गांव इस उत्सव में शामिल हुआ था। संध्या नाम की लड़की अपने गांव में दूसरे लोगों के लिए मिसाल बन गई थी।
खुजनेर के वार्ड नंबर 11 स्थित माताजी मोहल्ले में रहने वाले रामलखन प्रजापति की शादी 2014 में ब्यावरा की रीना प्रजापति से हुई थी और शादी के तीन साल बाद 2017 में रामलखन और रीना के घर पहली बेटी का जन्म हुआ था। उस समय पर परिवार बेटी के जन्म पर बहुत खुश हुआ था। अब चार साल बाद 17 दिसंबर को रामलखन के घर उनकी पत्नी रीना ने दूसरी बार फिर बेटी को जन्म दिया है, जिसको लेकर उनका परिवार बहुत खुश है। बिटिया के जन्म पर एक परिवार ने शानदार जश्न मनाया है। बेटी के स्वागत के लिए घर को दुल्हन की तरह गुब्बारों और फूलों से सजाया गया। खुशी में कोई कमी नहीं रहे इसके लिए जश्न में आसपास के लोग भी शरीक हुए। रीना प्रजापति ने शादी के बाद दूसरी बार बेटी को जन्म दिया है। दूसरी बेटी के जन्म के बाद ऐसा उत्सव मनाया है, जिसकी कल्पना लोग नहीं कर सकते हैं। अब जिले में इस शादी की चर्चा खूब हो रही है। पति नगर परिषद में अस्थाई कर्मचारी हैं।