जातीय जनगणना : RCP सिंह ने CM नीतीश से अलग रखी राय
केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जातीय जनगणना (Caste Census) पर अपनी पार्टी के फैसले के साथ नहीं हैं. उनका कहना है कि हमारे दल और नेता की मांग जातीय जनगणना की है, ये तो सच है, लेकिन मेरा कहना है कि हमारे नेता इससे बहुत आगे निकल चुके हैं. वो राज्य में समाज के हर वर्ग के विकास का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी से भेदभाव नहीं किया जा रहा है. अभी आपने देखा कि 15 अगस्त को हमारे नेता नीतीश कुमार ने क्या घोषणा की. उन्होंने अब कर दिया कि सब छात्रों को बीपीएससी और यूपीएससी की तैयारी करने पर सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जायेगी. सात निश्चय क्या है. उसमें बिना किसी भेदभाव के सबका विकास किया जा रहा है. ये हमारे नेता की नीति और विजन है. आरसीपी सिंह ने कहा कि हड़प्पा सभ्यता के समय से ही जनगणना की मांग होती रही है. आधुनिक समय में 1821 में जनगणना की शुरुआत इंग्लैड से हुई. देश नें पहली बार 1871 में जनगणना हुई थी, तो उस समय यहां पर अंग्रेजों का शासन था. जातीय जनगणना की मांग अब की नहीं है, सालों पुरानी मांग है.